
अमेरिका लगातार अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट कर रहा है। इसी के तहत दो और विमान अवैध रूप से अमेरिका में रहने वाले लोगों को लेकर भारत आ रहे हैं। आज अमृतसर हवाई अड्डे पर 119 प्रवासियों वाला एक विमान लैंड करेगा, जिसमें से 67 लोग पंजाब के रहने वाले हैं।
पंजाब के कई जिलों के लोग शामिल
इन डिपोर्ट किए गए लोगों में हوشियारपुर जिले के 10 लोग शामिल हैं। इसके अलावा, टांडा क्षेत्र के कई गांवों के लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जानकारी के मुताबिक, गांव मोंका, कुराला नंगली, जलालपुर, चौहाना और दारापुर के कई लोग अमेरिका से वापस भेजे जा रहे हैं।
अमेरिकी आर्मी ने पकड़ा, अब भारत लौटेगा दलजीत सिंह
गांव कुराला के रहने वाले दलजीत सिंह (पुत्र प्रीतम सिंह) भी इन डिपोर्ट किए गए लोगों में शामिल हैं। वे करीब ढाई साल से अमेरिका में रह रहे थे, लेकिन अमेरिकी सेना ने उन्हें पकड़ लिया और अब उन्हें वापस भेजा जा रहा है।
उनकी पत्नी कमलजीत कौर ने बताया कि उनके पति ने अपनी खेती की जमीन गिरवी रखकर अमेरिका जाने का फैसला किया था, ताकि बेहतर भविष्य और रोजगार की तलाश कर सकें। लेकिन अब बिना किसी सफलता के खाली हाथ लौट रहे हैं।
लाखों रुपये खर्च, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा
गांव के पूर्व सरपंच और आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर जर्नैल सिंह ने इस पूरे मामले पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए लाखों रुपये खर्च कर विदेश जाते हैं, लेकिन अवैध तरीकों से जाने के कारण उन्हें बाद में खाली हाथ लौटना पड़ता है।
उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग अपने परिवारों के पास लौट तो रहे हैं, लेकिन अब उन पर लाखों रुपये का कर्ज है। ऐसे में उनका भविष्य अनिश्चित नजर आ रहा है।
अवैध प्रवासियों की समस्या और बढ़ती कार्रवाई
हाल के दिनों में अमेरिका ने अवैध रूप से रहने वाले भारतीयों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके तहत कई भारतीयों को डिपोर्ट किया जा चुका है और यह प्रक्रिया जारी है।
- कई लोग एजेंट्स के जरिए अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचते हैं।
- वे वहां बेहतर भविष्य की उम्मीद में जाते हैं, लेकिन कानूनी दिक्कतों के कारण गिरफ्तार हो जाते हैं।
- डिपोर्ट होने के बाद वे भारी कर्ज में डूब जाते हैं और आर्थिक संकट में आ जाते हैं।
भविष्य के लिए सबक
यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक है, जो अवैध तरीकों से विदेश जाने की सोच रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वे किसी भी देश में जाने से पहले सही कानूनी प्रक्रिया अपनाएं ताकि बाद में इस तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
अब यह देखना होगा कि सरकार इन डिपोर्ट किए गए लोगों के पुनर्वास के लिए क्या कदम उठाती है और क्या इनके लिए कोई आर्थिक सहायता योजना लाई जाती है या नहीं।