
पंजाब सरकार ने नशा खत्म करने के अभियान को और तेज कर दिया है। तरन तारन जिले को पंजाब का पहला नशामुक्त जिला बनाने का संकल्प लिया गया है। यह भरोसा कैबिनेट सब-कमेटी के चेयरमैन और पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा को दिया गया। इस बैठक में जिले के सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारी और जन प्रतिनिधि मौजूद थे।
लोगों की भागीदारी जरूरी – वित्त मंत्री
इस बैठक में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि युद्ध नशों के विरुद्ध अभियान को जन भागीदारी के साथ आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि जिले के युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए खेल, शिक्षा, संस्कृति और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
नशा तस्करों पर सख्त कार्रवाई
वित्त मंत्री ने पुलिस प्रशासन को सख्त आदेश दिए कि नशा बेचने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो और उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त किया जाए। इस मौके पर तरन तारन के एसएसपी अभिमन्यु राणा ने बताया कि
- पिछले साल 26 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की गई थी।
- इस साल अब तक 2 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
- 6 और मामलों में संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया चल रही है।
- अब तक 80 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
- 13 किलो हेरोइन भी जब्त की गई है।
गांवों में जागरूकता अभियान
कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने अपने इलाके पट्टी में नशा विरोधी अभियान की जानकारी दी और जन आंदोलन की जरूरत पर जोर दिया।
हलका खडूर साहिब के विधायक मनजींदर सिंह लालपुरा ने बताया कि उनके क्षेत्र के 80 गांवों ने मिलकर प्रस्ताव पास किया है कि वे अपने इलाके में नशा नहीं बिकने देंगे। इसके अलावा,
- 87 गांवों में खेल को बढ़ावा देने के लिए वॉलीबॉल किट्स दी जाएंगी।
- युवाओं को नशे से हटाकर खेलों की ओर आकर्षित किया जाएगा।
तरन तारन के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल और खेमकरण के विधायक सरवन सिंह धुन्न ने भी नशा मुक्त पंजाब के संकल्प पर अपने विचार रखे।
सीमा पर ड्रोन से होगी निगरानी
बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि
- मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार पंजाब से नशे को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- जो लोग विदेशों से नशे का कारोबार चला रहे हैं, उन्हें भारत लाकर कानून के तहत सजा दी जाएगी।
- सीमा पार से ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए जल्द ही सीमावर्ती जिलों की पुलिस को एंटी-ड्रोन तकनीक से लैस किया जाएगा।
पंजाब सरकार नशा मुक्त पंजाब बनाने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। तरन तारन जिले को पहला नशा मुक्त जिला बनाने के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। नशा तस्करों पर कार्रवाई तेज हो गई है, और युवाओं को खेलों और शिक्षा से जोड़ने के प्रयास जारी हैं। अब देखना यह होगा कि पंजाब कब तक नशे से पूरी तरह मुक्त हो पाता है!