
पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर राज्य में चल रही “युद्ध नशों के खिलाफ” नामक विशेष मुहिम लगातार तेज़ी पकड़ रही है। इस अभियान के 94वें दिन भी पंजाब पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की।
पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर 140 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनसे कुल 2.8 किलोग्राम हेरोइन, 3,132 नशीली गोलियाँ, और 17,750 रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
पूरे राज्य में एक साथ ऑपरेशन
यह ऑपरेशन पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) गौरव यादव के नेतृत्व में और उनके निर्देशों पर राज्य के सभी 28 जिलों में एक साथ चलाया गया। इस पूरे मिशन में 200 से अधिक पुलिस टीमें, जिनमें 1,300 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल थे, उन्होंने 475 जगहों पर छापेमारी की। अब तक की कुल कार्रवाई
अब तक, इस मुहिम में 15,412 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जो कि पंजाब पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने 573 संदिग्ध लोगों की जांच भी की है और 101 एफआईआर दर्ज की हैं।
सरकार की तीन-स्तरीय रणनीति
स्पेशल डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने जानकारी दी कि पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ एक तीन-पहलू वाली रणनीति अपनाई है, जिसे कहा जाता है:
- एन्फोर्समेंट (Enforcement) – कानून के तहत सख्त कार्रवाई
- डी-एडिक्शन (De-addiction) – नशा छुड़ाने का इलाज
- प्रिवेंशन (Prevention) – युवाओं को नशे से दूर रखने की कोशिश
इसी के तहत आज पुलिस ने 74 लोगों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास केंद्रों में इलाज के लिए प्रेरित भी किया।
कैबिनेट स्तर की निगरानी
मुख्यमंत्री ने इस पूरी मुहिम की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया है। साथ ही पुलिस कमिश्नरों और डिप्टी कमिश्नरों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पंजाब को पूरी तरह नशा मुक्त राज्य बनाना है।
पंजाब सरकार और पुलिस की यह जंग सिर्फ अपराध के खिलाफ नहीं, बल्कि समाज को साफ और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अगर यही रफ्तार बनी रही, तो वह दिन दूर नहीं जब पंजाब पूरी तरह से नशा मुक्त राज्य बन जाएगा।