
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में राज्य में “युद्ध नशों के विरुद्ध” अभियान जोरों पर चल रहा है। इस अभियान के तहत, पंजाब पुलिस ने सिर्फ तीन दिनों में 403 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को तीसरे दिन 70 तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से दो को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा।
नशा तस्करों से बड़ी मात्रा में नशा और पैसे बरामद
इस ऑपरेशन में पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तस्करों के पास से
- 4.63 किलो हेरोइन
- 500 ग्राम गांजा
- 100 ग्राम अफीम
- 1548 नशीली गोलियां/टीके
- 1.32 लाख रुपये की ड्रग मनी
बरामद की है। यह अभियान पूरे पंजाब के 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया और इसकी कमान पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने संभाली।
पंजाब को नशामुक्त बनाने की योजना
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि अगले 3 महीनों में पंजाब को पूरी तरह नशामुक्त बनाना है। इसके लिए पंजाब सरकार ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट उप-समिति का गठन भी किया है, जो इस मुहिम की निगरानी करेगी।
बड़ी मुठभेड़ और गिरफ्तारी
1. अमृतसर में नशा तस्करों पर कार्रवाई
विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि अमृतसर की पुलिस ने शनिवार को जगतार सिंह और अंग्रेज सिंह नाम के दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से
- 1 किलो मेथामफेटामाइन (ICE ड्रग)
- 1.4 लाख रुपये की ड्रग मनी
बरामद हुई थी।
जब पुलिस, जगतार सिंह को पूछताछ के बाद एक स्थान पर बरामदगी के लिए लेकर जा रही थी, तो उसने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। पुलिस ने उसे रोकने के लिए गोली चलाई, जिससे उसकी दाहिनी टांग में गोली लग गई। इसके बाद उसे फिर से पकड़ लिया गया और इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
2. कुख्यात नशा तस्कर साहिल उर्फ नीला गिरफ्तार
एक अन्य ऑपरेशन में, अमृतसर पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र में पाम गार्डन कॉलोनी के पास एक मुठभेड़ के बाद साहिल उर्फ नीला नाम के एक कुख्यात नशा तस्कर को गिरफ्तार किया।
जब पुलिस उसे पकड़ने गई, तो साहिल ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया। पुलिस ने उसके पास से
- .32 बोर की पिस्तौल
बरामद की।
तीन-स्तरीय रणनीति: प्रवर्तन, पुनर्वास और रोकथाम
पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ तीन स्तरों पर रणनीति (ईडीपी – प्रवर्तन, पुनर्वास और रोकथाम) बनाई है।
- प्रवर्तन (Enforcement): नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
- पुनर्वास (De-addiction): नशा छोड़ने वाले लोगों को पुनर्वास केंद्रों में सहायता
- रोकथाम (Prevention): नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करना
इसी रणनीति के तहत, पंजाब पुलिस पूरे राज्य में जागरूकता अभियान भी चला रही है। रविवार को 28 पुलिस जिलों में 137 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें
- जागरूकता शिविर
- सेमिनार
- सार्वजनिक बैठकें
शामिल थीं।
जेलों में भी चला सर्च ऑपरेशन
पंजाब पुलिस ने जेलों में नशे और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए 8 अलग-अलग जेलों में विशेष तलाशी अभियान चलाया। ये जेलें थीं –
- केंद्रीय जेल पटियाला
- नई जेल नाभा
- ओपन जेल नाभा
- संगरूर, बरनाला, बठिंडा, मानसा और रूपनगर की जेलें
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीमों ने बैरकों, रसोई और शौचालयों सहित हर कोने की पूरी तरह से तलाशी ली, ताकि जेलों में नशे की तस्करी को रोका जा सके।
पंजाब पुलिस का संदेश – नशे को खत्म करना है
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा, “हम पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए पूरी ताकत से काम कर रहे हैं। पुलिस हर तस्कर को पकड़कर सख्त सजा दिलवाएगी। आम लोगों को भी इस अभियान में हमारा साथ देना चाहिए।”
पंजाब सरकार और पुलिस के इस बड़े ऑपरेशन से यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में नशा तस्करों की मुश्किलें और बढ़ेंगी और पंजाब जल्द ही नशामुक्त राज्य बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।