मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 184 रनों से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली। इस हार के पीछे भारतीय टीम की कई गलतियां और कमजोरियां नजर आईं। आइए, भारत की हार के 5 प्रमुख कारणों को समझते हैं।
1. पहली पारी में खराब गेंदबाजी
भारतीय गेंदबाज पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 474 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। स्टीव स्मिथ ने 140, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टस ने 60 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों ने लगातार खराब लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की। मोहम्मद सिराज ने 23 ओवर में 122 रन लुटाए, जबकि अन्य गेंदबाज भी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। ऑस्ट्रेलिया की इस बड़ी पारी ने मैच में भारत पर शुरू से दबाव बना दिया।
2. पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के 474 रनों के जवाब में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 369 रन ही बना सकी। शीर्ष क्रम ने फिर से निराश किया। रोहित शर्मा (3), केएल राहुल (24), विराट कोहली (36), और ऋषभ पंत (28) जल्दी आउट हो गए। हालांकि, नीतीश रेड्डी ने शानदार 114 रन बनाए और यशस्वी जायसवाल ने 82 रनों की पारी खेली। लेकिन इन पारियों के बावजूद भारत ऑस्ट्रेलिया के स्कोर के करीब नहीं पहुंच पाया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 105 रनों की बढ़त हासिल कर ली, जो मैच का बड़ा अंतर साबित हुआ।
3. बैटिंग ऑर्डर में बदलाव का गलत असर
भारतीय टीम ने इस मैच में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव किया, जो भारी पड़ा। शुभमन गिल को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया और रोहित शर्मा को ओपनिंग में जगह दी गई। लेकिन रोहित दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। उन्होंने पहली पारी में सिर्फ 3 और दूसरी पारी में 9 रन बनाए। केएल राहुल को नंबर-3 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके। बैटिंग ऑर्डर में यह बदलाव भारतीय बल्लेबाजी की स्थिरता को प्रभावित कर गया।
4. ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों का योगदान
ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भारतीय टीम को पूरी तरह मैच से बाहर कर दिया। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 91 रनों पर 6 विकेट गंवा दिए थे। लेकिन इसके बाद मार्नस लाबुशेन (70), कप्तान पैट कमिंस (41), और नाथन लियोन (41*) ने महत्वपूर्ण रन बनाए। नाथन लियोन और स्कॉट बोलैंड ने अंतिम विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त को 339 तक पहुंचा दिया। यह बढ़त भारत के लिए बहुत बड़ा लक्ष्य साबित हुआ।
5. यशस्वी जायसवाल का विवादित आउट होना
दूसरी पारी में भारत को जीत के लिए 340 रनों का लक्ष्य मिला। यशस्वी जायसवाल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और 84 रन बना चुके थे। लेकिन एक विवादित फैसले में उन्हें आउट दिया गया। स्निको तकनीक में बल्ले से संपर्क नहीं दिखा, लेकिन तीसरे अंपायर ने गेंद के दिशा बदलने का हवाला देते हुए उन्हें आउट करार दिया। उनके आउट होने के बाद भारतीय टीम पूरी तरह बिखर गई और 140 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह फैसला मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम की हार के पीछे कई कारण थे—पहली पारी में खराब गेंदबाजी, बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन, रणनीतिक गलतियां, और फील्डिंग में चूक। इसके अलावा, कुछ विवादित अंपायरिंग फैसलों ने भी टीम के प्रदर्शन को प्रभावित किया। भारतीय टीम को इन कमजोरियों से सीख लेकर अगली बार बेहतर प्रदर्शन करना होगा।