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पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद के नेतृत्व में, पंजाब में पिछले डेढ़ महीने के दौरान 65,607 नए मनरेगा जॉब कार्ड बनाए गए हैं। यह एक बड़ा कदम है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की संभावना को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इस दौरान विशेष कैंप लगाए गए, जिससे जरूरतमंद लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार मिल सके।
सौंद ने जनवरी महीने में विभाग की पहली समीक्षा बैठक के दौरान जिला अधिकारियों को आदेश दिए थे कि वे ज्यादा से ज्यादा गांवों में कैंप लगाकर लोगों के जॉब कार्ड तुरंत बनाए जाएं। इस आदेश के बाद, पंजाब के विभिन्न गांवों में 10,533 कैंप लगाए गए, जिनके माध्यम से 65,607 नए जॉब कार्ड बनाए गए। इन कार्डों में से 2,180 कार्ड दिव्यांग व्यक्तियों के लिए थे, ताकि उन्हें भी रोजगार के अवसर मिल सकें।
मंत्री सौंद ने कहा कि उनका उद्देश्य गांवों में ज्यादा से ज्यादा रोजगार प्रदान करना था, ताकि ग्रामीणों को मनरेगा के जरिए काम मिल सके। उन्होंने बताया कि जिला अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया था कि यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहे, ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति जॉब कार्ड बनाने से वंचित न रह जाए।
अब तक इस वित्तीय वर्ष में 2.68 करोड़ से अधिक मानव दिहाड़ी सृजित की जा चुकी है और 7 लाख से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को रोजगार मिल चुका है। सौंद ने कहा कि इस प्रक्रिया से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़े हैं, जो गांवों में आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मददगार साबित हो रहे हैं।
पंजाब के विभिन्न जिलों में हुए कैंपों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। फाजिल्का जिले में 434 कैंप लगाए गए, जिनके माध्यम से 8,497 जॉब कार्ड बनाए गए। गुरदासपुर में 443 कैंपों में 8,309 कार्ड, पटियाला में 1,022 कैंपों में 6,984 कार्ड, अमृतसर में 855 कैंपों में 4,850 कार्ड, होशियारपुर में 640 कैंपों में 4,551 कार्ड, जालंधर में 874 कैंपों में 4,013 कार्ड, लुधियाना में 833 कैंपों में 3,642 कार्ड, संगरूर में 421 कैंपों में 3,622 कार्ड, तरनतारन में 575 कैंपों में 3,226 कार्ड और पठानकोट में 421 कैंपों में 2,510 जॉब कार्ड बनाए गए।
इसी तरह से, मानसा जिले में 216 कैंपों में 2,429 कार्ड, बठिंडा में 318 कैंपों में 1,923 कार्ड, मोगा में 320 कैंपों में 1,820 कार्ड, फिरोजपुर में 385 कैंपों में 1,753 कार्ड, रोपड़ में 611 कैंपों में 1,636 कार्ड, कपूरथला में 435 कैंपों में 1,292 कार्ड, फरीदकोट में 243 कैंपों में 1,238 कार्ड, शहीद भगत सिंह नगर में 192 कैंपों में 801 कार्ड, साहिबजादा अजीत सिंह नगर में 375 कैंपों में 603 कार्ड, बरनाला में 105 कैंपों में 543 कार्ड, श्री मुक्तसर साहिब में 240 कैंपों में 510 कार्ड, मालेरकोटला में 171 कैंपों में 493 कार्ड और फतेहगढ़ साहिब में 404 कैंपों में 362 नए जॉब कार्ड बनाए गए हैं।
इस प्रकार, पंजाब में मनरेगा जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया ने गांवों में रोजगार के नए रास्ते खोले हैं। इस पहल के साथ, पंजाब सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो।