
जिले में 6 मार्च से लागू किए गए इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (I.T.M.S.) के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बढ़ा दी गई है। इस नई व्यवस्था के तहत 4 दिनों में 6950 चालान काटे गए हैं।
मोहाली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, CCTV कैमरों की मदद से 6 से 9 मार्च के बीच चालान जारी किए गए। खास बात यह है कि योजना लागू होने के पहले ही दिन सिर्फ 2 घंटे में 1160 चालान किए गए थे। इससे साफ है कि मोहाली पुलिस ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है।
औसतन हर दिन 1735 चालान
अगर आंकड़ों को देखा जाए, तो पुलिस हर दिन औसतन 1735 चालान काट रही है। हालांकि, चालान भरने वालों की संख्या काफी कम है। चार दिनों में सिर्फ 110 लोगों ने चालान का भुगतान किया, यानी औसतन हर दिन 27 लोगों ने ही चालान भरा।
पुलिस के मुताबिक, अब तक 1 लाख 4 हजार 500 रुपये की चालान राशि जमा हुई है। बाकी 6740 लंबित चालानों से लगभग 7 लाख 48 हजार 500 रुपये और मिलने की संभावना है। इससे साफ है कि इस नए सिस्टम से पुलिस का राजस्व भी बढ़ेगा।
17 जगहों पर लगाए गए CCTV कैमरे
इस योजना के पहले चरण में मोहाली और आसपास की 17 जगहों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे ऑटोमैटिक तरीके से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को पकड़ते हैं और चालान ऑनलाइन जनरेट हो जाता है।
पुलिस की लोगों से अपील – नियमों का पालन करें
मोहाली ट्रैफिक पुलिस के एसपी एच. एस. मान ने जनता से अपील की कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें, ताकि चालान से बचा जा सके और सड़क पर खुद को व दूसरों को सुरक्षित रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि सुरक्षित यातायात पुलिस की प्राथमिकता है और लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
कैसे बच सकते हैं चालान से?
👉 रेड लाइट जंप न करें।
👉 हेलमेट और सीट बेल्ट जरूर पहनें।
👉 गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें।
👉 ओवरस्पीडिंग और गलत दिशा में गाड़ी चलाने से बचें।
👉 सड़क पर ट्रैफिक सिग्नल और नियमों का पालन करें।
मोहाली में I.T.M.S. सिस्टम से ट्रैफिक व्यवस्था को सख्त और हाई-टेक बना दिया गया है। अब CCTV कैमरे नियम तोड़ने वालों को तुरंत पकड़ रहे हैं, जिससे चालान की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि, चालान भरने वालों की संख्या काफी कम है, जिससे पुलिस को बकाया राशि वसूलने में दिक्कत हो सकती है।
पुलिस का कहना है कि अगर लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे, तो चालान से बच सकते हैं और सड़कें भी सुरक्षित रहेंगी।