
7 फरवरी 2025 को भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर वृद्धि देखी गई। सोने की कीमत 84,676 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जबकि चांदी 95,746 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत में 0.27% और चांदी में 0.17% का इज़ाफ़ा हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतें बढ़ी हैं। COMEX पर सोने की कीमत $2,889.20 प्रति औंस तक पहुंच गई, जबकि चांदी $32.81 प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी के कई कारण हैं। सबसे पहले, अमेरिका में हाल ही में ब्याज दरों में कटौती की गई है, जिससे डॉलर की मजबूती पर असर पड़ा है और इससे सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है। दूसरा, अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आने के बाद से वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव में इज़ाफा हुआ है, जिससे सोने की मांग में भी वृद्धि हुई है। तीसरा कारण यह है कि भारतीय रुपये की तुलना में डॉलर की कीमत बढ़ने से सोने की कीमत महंगी हो गई है। इसके अलावा, बढ़ती महंगाई और अस्थिर शेयर बाजार के कारण लोग सोने में निवेश कर रहे हैं।
IBJA (इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन) के अनुसार, 6 फरवरी 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत 15 रुपये बढ़कर 84,672 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि एक किलोग्राम चांदी की कीमत 133 रुपये घटकर 95,292 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
माहिरों का मानना है कि इस साल सोने की कीमत में और भी इज़ाफ़ा हो सकता है। 2024 में सोने की कीमत में 20.22% का इज़ाफ़ा हुआ था, जबकि चांदी की कीमत में 17.19% का इज़ाफ़ा हुआ। 2024 की शुरुआत में सोना 63,352 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 76,162 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इसी दौरान, चांदी की कीमत भी 73,395 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 86,017 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 में सोना 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है, खासकर अमेरिका और यूके में ब्याज दरों में और कटौती और भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की कीमतों में और इज़ाफ़ा हो सकता है। इसके अलावा, गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में निवेश बढ़ने से भी सोने की मांग बढ़ रही है, जिससे सोने की कीमतों को समर्थन मिल रहा है।
इस समय सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेत है, जो निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर भी हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय तक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं।