संगरूर: पंजाब के वित्त, योजना, कार्यक्रम लागूकरण और कर एवं आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने 26 जनवरी को पुलिस लाइन स्टेडियम, संगरूर में 76वें गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने देश-विदेश में बसे सभी भारतीयों, खासतौर पर पंजाबियों, को बधाई दी और भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को नमन किया।
संविधान का महत्व और शहीदों को श्रद्धांजलि
अपने संबोधन में श्री चीमा ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश बना। उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे बहादुर जवानों और शहीदों को सलाम करते हुए कहा कि पंजाब सरकार उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि शहीद जवानों के परिवारों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 50 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
पंजाब सरकार की प्रमुख पहलकदमियां
कैबिनेट मंत्री ने राज्य की विकास योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और खेल के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं।
- स्वास्थ्य क्षेत्र: संगरूर जिले में 35 ग्रामीण और 11 शहरी आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। सरकारी सिविल अस्पताल, संगरूर के विस्तार और धूरी में 22 करोड़ की लागत से नए अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है।
- शिक्षा क्षेत्र: संगरूर में 8 स्कूल ऑफ एमिनेंस शुरू किए गए हैं। लड़कियों के 17 स्कूलों के लिए ट्रांसपोर्ट सुविधा शुरू की गई, जिससे 10,000 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं।
- आर्थिक प्रगति: पहली बार राज्य ने एक वित्तीय वर्ष के शुरुआती 9 महीनों में कर राजस्व में 30,000 करोड़ का आंकड़ा पार किया। “बिल लाओ, इनाम पाओ” योजना के तहत 3850 विजेताओं को 2.27 करोड़ रुपए के इनाम दिए गए।
- स्वतंत्रता सेनानियों के लिए योजनाएं: उनकी पेंशन 9400 रुपए से बढ़ाकर 11,000 रुपए कर दी गई है।
संगरूर की विकास योजनाएं
श्री चीमा ने कहा कि संगरूर जिले में 11 करोड़ रुपए की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 2.25 करोड़ रुपए से अंबेडकर भवन का निर्माण हो रहा है। दिड़बा में 11 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक सब-डिविजनल कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया गया है।
गणतंत्र दिवस समारोह की झलकियां
परेड के निरीक्षण और झांकियों के प्रदर्शन के साथ समारोह की शुरुआत हुई। विभिन्न झांकियों में स्वास्थ्य विभाग के गैर-संक्रामक रोग कार्यक्रम, सीएम योगशाला, पराली जलाने की रोकथाम अभियान, स्कूल ऑफ एमिनेंस और “खेडां वतन पंजाब दियां” की झांकियां शामिल थीं।
इसके अलावा, स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत गिद्दा, भांगड़ा और बंगाली लोक नृत्य ने दर्शकों का दिल जीता। जरूरतमंदों को सिलाई मशीनें और दिव्यांगों को ट्राई साइकिल वितरित की गईं।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
मुख्य अतिथि ने स्वतंत्रता संग्रामियों के परिजनों और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया। उन्होंने सड़क सुरक्षा बल की झांकी को प्रथम, पीएसपीसीएल को द्वितीय और स्कूल ऑफ एमिनेंस को तृतीय पुरस्कार से नवाजा।
परेड कमांडर डीएसपी मेजर गुरप्रीत सिंह और अन्य परेड इंचार्ज को भी सम्मानित किया गया।
विशेष घोषणा
श्री चीमा ने समारोह में भाग लेने वाले स्कूलों के लिए 27 जनवरी को अवकाश की घोषणा की।
समारोह में भागीदारी
इस मौके पर जिला सत्र न्यायाधीश मुनीश सिंगल, विधायक नरिंदर कौर भराज, डिप्टी कमिश्नर संदीप ऋषि, एसएसपी सरताज सिंह चाहल और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे, शिक्षक और स्थानीय नागरिकों ने इस समारोह में भाग लिया।