पानी की गंभीर स्थिति और जलस्तर में गिरावट को देखते हुए जल आपूर्ति और सीवरेज विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विभाग ने फतहगढ़ साहिब जिले के 92 गांवों को पीने योग्य नहरी पानी मुहैया कराने के लिए ‘मेगा नहरी पानी परियोजना’ शुरू की है, जिसे जल जीवन मिशन के तहत लागू किया जा रहा है। इस परियोजना के लिए पंजाब सरकार और केंद्र सरकार ने विश्व बैंक की वित्तीय सहायता से इसे लागू करने का फैसला किया है। यह परियोजना जलस्तर को बनाए रखने और पानी को प्रदूषित होने से बचाने के उद्देश्य से लाई जा रही है।
प्रोजेक्ट की विशेषताएँ
जल आपूर्ति और सीवरेज विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के तहत फतहगढ़ साहिब जिले के ब्लॉक खेडा के 69 गांव और ब्लॉक बसी पठाना के 23 गांवों को कवर किया जाएगा। इन गांवों में कुल 131 किलोमीटर लंबी डी.आई. (डक्टाइल आयरन) पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जिससे इन गांवों के निवासियों को साफ, स्वच्छ और पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जाएगी।
इस परियोजना के तहत, नानोवाल गांव में एक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट (12 एमएलडी क्षमता) स्थापित किया जाएगा। यह प्लांट भाखड़ा नहर की मेन लाइन के पानी को लेकर उसे फिल्टर करेगा और क्लोरीनेशन प्रक्रिया के जरिए उसे पूरी तरह से कीटाणु रहित बनाएगा। इसके बाद यह पानी 92 गांवों के जल घरों में भरा जाएगा, और फिर पाइपलाइन के जरिए हर घर में पहुँचाया जाएगा।
आर्थिक विवरण और प्रगति
इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 100.08 करोड़ रुपये है। परियोजना के सफलतापूर्वक लागू होने से फतहगढ़ साहिब जिले के ग्रामीण इलाकों में पानी की समस्या का स्थायी समाधान होगा। इसके अलावा, इससे जलस्तर में भी सुधार होगा और पानी के प्रदूषण पर काबू पाने में मदद मिलेगी। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना से न केवल पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, बल्कि ग्रामीणों को स्वस्थ और साफ पानी भी मिलेगा।
महत्वपूर्ण उद्देश्य और पर्यावरणीय लाभ
इस परियोजना का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित और साफ पानी उपलब्ध कराना है। साथ ही, यह परियोजना जल संरक्षण की दिशा में भी एक अहम कदम है, क्योंकि यह पानी के उपयोग को व्यवस्थित और स्थिर बनाएगी। नहरी पानी को फिल्टर करके उसे पीने योग्य बनाने से पानी का सही तरीके से उपयोग होगा, जिससे पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
जल जीवन मिशन के तहत फतहगढ़ साहिब जिले में शुरू की गई यह मेगा नहरी पानी परियोजना न केवल ग्रामीणों के लिए पानी की समस्या का समाधान है, बल्कि यह पर्यावरण और जल संसाधनों की सुरक्षा की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना की सफलता से पूरे राज्य में पानी की आपूर्ति की स्थिति में सुधार होगा, और लोगों को सुरक्षित और स्वच्छ पीने का पानी मिलेगा।