बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 दिसंबर से अपनी बहुप्रतीक्षित ‘प्रगति यात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस यात्रा का पहला चरण 23 दिसंबर से 28 दिसंबर तक चलेगा। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री विभिन्न जिलों में विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे और जनता के साथ संवाद स्थापित करेंगे।
यात्रा की शुरुआत वाल्मीकिनगर से
मुख्यमंत्री अपनी यात्रा का शुभारंभ 23 दिसंबर को वाल्मीकिनगर से करेंगे। इस क्षेत्र के निवासियों को उम्मीद है कि सीएम अपनी यात्रा के दौरान वाल्मीकिनगर को नया जिला घोषित करेंगे। दरअसल, वाल्मीकिनगर को जिला बनाने की मांग लंबे समय से चल रही है। स्थानीय लोगों ने कई बार आंदोलन भी किया, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
वाल्मीकिनगर को नया जिला बनाने की संभावनाओं पर मुख्यमंत्री ने गंभीरता दिखाई है। सूत्रों के अनुसार, इस दिशा में कार्य करने के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया था, जो नए जिले के गठन पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है। इस रिपोर्ट के दिसंबर महीने में आने की संभावना है।
नए जिले के गठन को लेकर उम्मीदें
कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, वाल्मीकिनगर को जिला मुख्यालय बनाने के लिए बगहा या रामपुर को प्राथमिकता दी जा सकती है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में नए अनुमंडल और प्रखंड बनाने पर भी विचार किया जा रहा है।
- धनहा को अनुमंडल बनाए जाने की संभावना है।
- परसौनी और सेमरा को नए प्रखंड अंचल बनाए जाने पर चर्चा है।
- बखरी बाजार भी प्रखंड अंचल बनने की दिशा में अग्रसर है।
वाल्मीकिनगर क्षेत्र में विकास की योजनाएँ
वाल्मीकिनगर, जो अपने प्रसिद्ध टाइगर रिज़र्व के लिए जाना जाता है, राज्य में पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से इस क्षेत्र में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए टाइगर रिज़र्व का सौंदर्यीकरण और अन्य आधारभूत सुविधाओं का विकास किया गया है। क्षेत्र के विकास को लेकर सरकार की गंभीरता से यहां के लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही इसे जिला का दर्जा मिलेगा।
राजनीतिक महत्व
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाल्मीकिनगर को नया जिला घोषित करते हैं, तो यह उनका बड़ा राजनीतिक कदम माना जाएगा। इससे न केवल क्षेत्रीय जनता में उनका विश्वास बढ़ेगा, बल्कि वे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की बराबरी भी कर लेंगे। राबड़ी देवी के कार्यकाल में 20 अगस्त 2001 को अरवल को आखिरी बार नया जिला बनाया गया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ के जरिए राज्य के विकास कार्यों की समीक्षा और जनता के साथ सीधा संवाद राज्य में प्रशासनिक और विकासात्मक कार्यों को नई दिशा देगा। खासतौर पर वाल्मीकिनगर को जिला बनाने की संभावनाओं ने यहां के लोगों में उत्साह और उम्मीद को बढ़ा दिया है। यदि इस क्षेत्र को जिला का दर्जा मिल जाता है, तो यह मुख्यमंत्री के प्रशासनिक सुधारों और जनहित में लिए गए फैसलों की बड़ी उपलब्धि होगी।