गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए बयान पर विपक्ष का हमला जारी है, लेकिन अब इस विवाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खुलकर सामने आ गए हैं। प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति कांग्रेस की नीतियों और व्यवहार को लेकर गंभीर आरोप लगाए। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी और उनके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया।
‘कांग्रेस का सड़ा हुआ तंत्र झूठ फैला रहा है’: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट्स में कहा, “अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ तंत्र यह सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ उनके कई सालों के कुकर्मों, खासकर डॉ. आंबेडकर के प्रति उनके अपमान को छिपा सकते हैं, तो वे बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं।”
डॉ. आंबेडकर के प्रति कांग्रेस के ‘चार पाप’
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर डॉ. आंबेडकर का अपमान करने और उनकी विरासत को मिटाने का आरोप लगाते हुए चार प्रमुख पाप गिनाए:
- चुनाव में हराना: डॉ. आंबेडकर को एक बार नहीं, बल्कि दो बार चुनाव में हराने का प्रयास किया गया। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. आंबेडकर की हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया और उनके खिलाफ प्रचार किया।
- भारत रत्न देने से इनकार: डॉ. आंबेडकर जैसे महापुरुष को भारत रत्न से सम्मानित करने में कांग्रेस ने देरी की।
- संसद में अनदेखी: संसद के सेंट्रल हॉल में डॉ. आंबेडकर के चित्र को गौरवपूर्ण स्थान नहीं दिया गया।
- एससी/एसटी समुदायों के अधिकारों की अनदेखी: कांग्रेस के लंबे शासन के बावजूद, उन्होंने एससी/एसटी समुदायों को मजबूत करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
गृह मंत्री अमित शाह के बयान का समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए बयान का वीडियो साझा किया। उन्होंने लिखा, “संसद में गृह मंत्री अमित शाह जी ने डॉ. आंबेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। अमित शाह द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से कांग्रेस स्पष्ट रूप से हैरान है, और यही वजह है कि वे अब नाटकबाजी पर उतर आए हैं।”
कांग्रेस शासन में नरसंहार और अन्याय के आरोप
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासन में एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयावह नरसंहार हुए। पीएम ने कहा, “वे सालों तक सत्ता में रहे लेकिन एससी और एसटी समुदायों को मजबूत बनाने के लिए कुछ भी ठोस नहीं किया। दुखद है कि कांग्रेस ने इन्हें सिर्फ अपने वोटबैंक के रूप में देखा और इनके कल्याण के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई।”
डॉ. आंबेडकर की विरासत को बचाने का दावा
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार ने डॉ. आंबेडकर की विरासत को संरक्षित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार डॉ. आंबेडकर के विचारों और उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनीतिक संग्राम तेज
प्रधानमंत्री के इन बयानों से साफ है कि डॉ. आंबेडकर के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी संग्राम और तेज होगा। जहां भाजपा डॉ. आंबेडकर के सम्मान और एससी/एसटी समुदायों के कल्याण को लेकर अपनी उपलब्धियां गिनवा रही है, वहीं कांग्रेस भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दों को भुनाने का आरोप लगा रही है।