नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’: 23 दिसंबर से पश्चिम चंपारण से होगी शुरुआत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 दिसंबर से अपनी महत्वाकांक्षी ‘प्रगति यात्रा’ की शुरुआत पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर से करने जा रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य राज्य में चल रही सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को समझना और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना है। यात्रा की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं, और जिला प्रशासन इसकी सफलता सुनिश्चित करने में जुटा हुआ है।
वाल्मीकिनगर और मझौलिया से होगी शुरुआत
मुख्यमंत्री की यात्रा का पहला पड़ाव वाल्मीकिनगर के घोटहवा टोला होगा। यहां सीएम नीतीश कुमार स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे और सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं पर चर्चा करेंगे। इसके बाद वे मझौलिया की धोकरहा पंचायत के शिकारपुर गांव का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शिकारपुर स्थित मनरेगा पार्क भी शामिल है, जिसे खासतौर पर इस अवसर के लिए सजाया और संवारा जा रहा है।
एसडीआरएफ ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन
‘प्रगति यात्रा’ के दौरान मुख्यमंत्री पश्चिम चंपारण जिले में एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन करेंगे। यह सेंटर राज्य में आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री मनरेगा पार्क का उद्घाटन करेंगे, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है।
बेतिया बाईपास रोड का निरीक्षण
वाल्मीकिनगर और शिकारपुर के कार्यक्रमों के बाद मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से बेतिया के कठैया पहुंचेंगे। वहां वे बेतिया बाईपास रोड का निरीक्षण करेंगे। यह बाईपास क्षेत्रीय परिवहन को सुगम बनाने के लिए अहम है। इस निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री संबंधित अधिकारियों से विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी भी लेंगे।
‘प्रगति यात्रा’ का पहला चरण 28 दिसंबर तक
23 दिसंबर से शुरू होने वाली इस यात्रा का पहला चरण 28 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री पश्चिम चंपारण के अलावा मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली और मुजफ्फरपुर जिलों का दौरा करेंगे। इन जिलों में सरकार की योजनाओं की समीक्षा के साथ ही सीएम जनता की समस्याओं को सुनने और समाधान की प्रक्रिया तेज करने का प्रयास करेंगे।
दूसरे चरण का कार्यक्रम बाद में होगा जारी
‘प्रगति यात्रा’ का दूसरा चरण कब और किन जिलों में होगा, इसका शेड्यूल अभी तय नहीं किया गया है। हालांकि, माना जा रहा है कि दूसरे चरण में मुख्यमंत्री राज्य के अन्य प्रमुख जिलों का दौरा करेंगे।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री की इस यात्रा को लेकर विपक्ष ने निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे जनता का ध्यान भटकाने की कवायद करार दिया है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को पहले सरकार की खामियों को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। उनके अनुसार, यह यात्रा केवल राजनीतिक दिखावा है, जिसका मकसद आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर जनता को भ्रमित करना है।
मुख्यमंत्री का उद्देश्य
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि ‘प्रगति यात्रा’ जनता से सीधा जुड़ने और उनकी समस्याओं को समझने का एक प्रयास है। उनका जोर है कि विकास योजनाओं को तेज़ी से लागू किया जाए और उनके प्रभाव का सही मूल्यांकन किया जाए।
‘प्रगति यात्रा’ का पहला चरण सरकार और जनता के बीच संवाद का सेतु साबित हो सकता है। वहीं, मुख्यमंत्री की यात्रा पर विपक्ष के सवाल भी इस अभियान को राजनीतिक दृष्टिकोण से चर्चा में बनाए रखेंगे।