बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज, सोमवार से राज्य की प्रगति यात्रा की शुरुआत की। इस यात्रा का पहला चरण 5 दिनों का है, जो 23 दिसंबर से शुरू होकर 28 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर योजनाओं की प्रगति का जायजा लेंगे और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री पश्चिम चंपारण के बेतिया पहुंचे।
पहले दिन का कार्यक्रम
नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा की शुरुआत सुबह 9 बजे पटना स्थित अपने आवास ‘एक अणे मार्ग’ से की। यहां से वे पटना एयरपोर्ट पहुंचे और हेलीकॉप्टर के जरिए पश्चिम चंपारण के बेतिया के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ने बेतिया में जिले में चल रही योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने बाल्मीकि नगर का दौरा किया और रात वहीं ठहरने का कार्यक्रम है।
यात्रा का शेड्यूल
मुख्यमंत्री की इस प्रगति यात्रा में पांच दिनों का कार्यक्रम तय है, जिसमें वे विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे।
- 23 दिसंबर: यात्रा के पहले दिन नीतीश कुमार बेतिया और बाल्मीकि नगर में रहे।
- 24 दिसंबर: यात्रा के दूसरे दिन वे पूर्वी चंपारण के मोतिहारी जाएंगे और वहां चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। शाम तक वे पटना लौट आएंगे।
- 25 दिसंबर: क्रिसमस अवकाश के कारण मुख्यमंत्री पटना में ही रहेंगे।
- 26 दिसंबर: तीसरे दिन मुख्यमंत्री शिवहर और सीतामढ़ी का दौरा करेंगे। इन जिलों में वे विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
- 27 दिसंबर: चौथे दिन वे मुजफ्फरपुर जाएंगे।
- 28 दिसंबर: यात्रा के अंतिम दिन वे वैशाली जिले के कई इलाकों का दौरा करेंगे।
यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री हर शाम पटना लौट आएंगे, सिवाय पहले दिन के जब वे बाल्मीकि नगर में रुकेंगे।
यात्रा का उद्देश्य
मुख्यमंत्री की यह प्रगति यात्रा राज्य में चल रहे विकास कार्यों की निगरानी और उनके प्रभाव का आकलन करने के लिए आयोजित की जा रही है। राज्य सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जमीनी स्तर पर योजनाएं सुचारू रूप से लागू हो रही हैं।
मुख्यमंत्री के साथ यात्रा में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और मंत्री भी रहेंगे। इनमें मुख्य सचिव, प्रधान सचिव और कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा, राज्यसभा सांसद संजय झा और मंत्री विजय कुमार चौधरी भी इस यात्रा का हिस्सा हो सकते हैं।
संजय झा का बयान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर राज्यसभा सांसद संजय झा ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री का उद्देश्य जमीनी हकीकत को समझना और यह सुनिश्चित करना है कि विकास कार्य प्रभावी ढंग से लागू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की ऐसी यात्राओं का असर जमीन पर दिखाई देता है। ये यात्राएं सरकार को लोगों की समस्याओं का समाधान करने और उनकी जरूरतों को समझने का मौका देती हैं।
मुख्यमंत्री की यात्राओं का महत्व
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्राओं को उनकी प्रशासनिक कार्यशैली का अहम हिस्सा माना जाता है। ये यात्राएं सरकार और जनता के बीच संवाद का एक सशक्त माध्यम बनती हैं। मुख्यमंत्री स्वयं योजनाओं की प्रगति का जायजा लेकर यह सुनिश्चित करते हैं कि सरकार के वादे समय पर पूरे हों।
नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा बिहार में विकास कार्यों को तेज करने और उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह यात्रा प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार के अन्य प्रतिनिधियों को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित करती है। साथ ही, जनता को यह भरोसा दिलाती है कि सरकार उनके हितों के प्रति प्रतिबद्ध है।