पंजाब में क्लीन और ग्रीन रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए मान सरकार ने नई पहल की है। इस पहल के तहत 2025 तक 264 मेगावाट ग्रीन एनर्जी का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कदम राज्य में ऊर्जा उत्पादन के तरीके को पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पंजाब के ऊर्जा मंत्री अमन अरोड़ा ने इस परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 264 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 66 सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए बिडिंग प्रक्रिया पूरी की गई थी। इस बिडिंग प्रक्रिया में 28 कंपनियों ने भाग लिया, और इनमें से एक कंपनी, VP सोलर जेनरेशन को इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए लेटर ऑफ अवार्ड (LOA) प्राप्त हुआ है।
यह सोलर प्रोजेक्ट पंजाब के ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगा, क्योंकि इससे लगभग 400 मिलियन यूनिट (MU) बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है। इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट से पंजाब में लगभग 1056 करोड़ रुपये का निवेश भी होगा, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देगा। इस परियोजना का सबसे खास पहलू यह है कि इसे अब तक का सबसे कम रेट का पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) प्राप्त हुआ है। इस एग्रीमेंट के तहत, सोलर ऊर्जा 2 रुपये 38 पैसे प्रति यूनिट की दर पर 25 सालों तक उपलब्ध होगी।
यह पहल केवल राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ पर्यावरणीय लाभ भी प्रदान करेगी। मंत्री अमन अरोड़ा ने यह भी बताया कि इन सोलर प्रोजेक्ट्स की शुरुआत से पंजाब सरकार के कृषि सब्सिडी बिल में सालाना 176 करोड़ रुपये की बचत होने की संभावना है। इससे राज्य के कृषि क्षेत्र को भी लाभ मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट्स का काम 31 दिसंबर 2025 तक पूरा होने का लक्ष्य है, जिससे पंजाब में स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा का एक नया स्रोत उपलब्ध होगा। इससे न केवल राज्य की ऊर्जा आपूर्ति स्थिर होगी, बल्कि यह प्रदूषण कम करने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी सहायक साबित होगा।
मान सरकार की यह पहल पंजाब के ऊर्जा क्षेत्र में एक नई दिशा देने के साथ-साथ ग्रीन और सस्टेनेबल एनर्जी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य की समृद्धि और भविष्य के लिए फायदेमंद साबित होगी।