किसानों की मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत का हाल जानने के लिए पंजाब सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल वहां पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा और कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इस मौके पर अमन अरोड़ा ने डल्लेवाल की मांगों को जायज ठहराते हुए उनसे भूख हड़ताल समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पूरी तरह से डल्लेवाल और किसानों के साथ खड़ी है।
“यह संघर्ष अकेले डल्लेवाल का नहीं, पूरे पंजाब का है” अमन अरोड़ा
पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “यह लड़ाई सिर्फ जगजीत सिंह डल्लेवाल की नहीं है, बल्कि पूरे पंजाब और किसानों की है। पंजाब सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर है और इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष भी उठाया जाएगा।” उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर वे गवर्नर से मिले हैं और संसद में भी किसानों के मुद्दे को उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि संघर्ष लंबा चलेगा और इस लड़ाई में सभी किसान एकजुट हैं। “हम डल्लेवाल साहब के नेतृत्व में इस आंदोलन को मजबूत करने के लिए तैयार हैं। लेकिन उनकी सेहत भी उतनी ही जरूरी है। हम उनसे अपील करते हैं कि वे चिकित्सकीय सहायता लें। पंजाब सरकार उनकी मांगों से सहमत है और इसे केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।”
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह का बयान
प्रतिनिधिमंडल में शामिल पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने डल्लेवाल की सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम सभी डल्लेवाल जी का दिल से सम्मान करते हैं। हमारी मेडिकल टीमें धरना स्थल पर लगातार मौजूद हैं और किसानों के इलाज के लिए हर संभव मदद कर रही हैं।”
डॉ. बलबीर ने कहा, “डल्लेवाल जी की सेहत दिन-ब-दिन खराब हो रही है, जो बेहद चिंताजनक है। हमारी प्राथमिकता है कि उनकी सेहत पर कोई आंच न आए। हम उनके लिए हर प्रकार की चिकित्सा सहायता प्रदान करने को तैयार हैं, जैसा वे चाहें।”
सरकार के समर्थन का आश्वासन
अमन अरोड़ा और डॉ. बलबीर सिंह ने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार किसानों की सभी वाजिब मांगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि डल्लेवाल के नेतृत्व में चल रहा यह संघर्ष किसानों के हितों को सुरक्षित करने का एक मजबूत प्रयास है।
डल्लेवाल की सेहत को लेकर बढ़ती चिंता और उनकी भूख हड़ताल ने पंजाब में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसानों की मांगों को लेकर कोई भी कदम उठाने से वह पीछे नहीं हटेगी।