बिग बॉस 18 का ग्रैंड फिनाले नज़दीक है, और घर में बचे 11 कंटेस्टेंट के बीच मुकाबला पहले से ज्यादा तीव्र हो चुका है। हर कंटेस्टेंट का एक ही लक्ष्य है—शो की ट्रॉफी जीतकर घर जाना। इस मकसद को पूरा करने के लिए हर कोई अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है। इस हफ्ते कुल 7 कंटेस्टेंट नॉमिनेट हुए थे। लेकिन बिग बॉस के खेल में कुछ भी संभव है, और इस बार एक ऐसा मोड़ आया जिसने सभी को चौंका दिया।
टाइम गॉड बनीं चुम दरांग का बड़ा दांव
घर में टाइम गॉड की पावर कितनी महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इस हफ्ते एक बार फिर देखने को मिला। चुम दरांग ने लगातार दूसरी बार 12वें हफ्ते में टाइम गॉड का पद हासिल किया। पहली बार जब उन्होंने यह पावर जीती थी, तो बिग बॉस ने उन्हें यह कहते हुए हटाया था कि वह घर की जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं संभाल पा रही थीं। लेकिन इस बार उन्होंने अपने खेल से साबित कर दिया कि वह इस पावर की हकदार हैं।
टाइम गॉड बनने के बाद बिग बॉस ने चुम को यह अधिकार दिया कि वह सात नॉमिनेटेड कंटेस्टेंट में से किसी एक को एलिमिनेशन से बचा सकती हैं। चुम ने अपनी पावर का इस्तेमाल करते हुए चाहत पांडे को सुरक्षित कर लिया।
चाहत पांडे को सुरक्षित करने का निर्णय
चाहत पांडे का नाम इस हफ्ते उन कंटेस्टेंट में शामिल था जिनके शो से एलिमिनेट होने की संभावना सबसे ज्यादा थी। उनके साथ नॉमिनेटेड कंटेस्टेंट में कशिश कपूर, सारा आरफीन खान, ईशा सिंह, अविनाश मिश्रा, विवियन डीसेना और रजत दलाल का नाम था। लेकिन चुम के इस फैसले ने न केवल चाहत को सुरक्षित किया, बल्कि बाकी कंटेस्टेंट को भी झटका दिया।
चाहत पांडे शुरुआत में अपने गेम को लेकर काफी चर्चा में थीं। उनका और विवियन डीसेना का झगड़ा शो की शुरुआती हाइलाइट्स में से एक था। लेकिन जैसे-जैसे शो आगे बढ़ा, उनका गेम कमजोर होता गया। कभी वह करणवीर मेहरा के गैंग के साथ नजर आती हैं, तो कभी उन्हीं के खिलाफ खड़ी दिखाई देती हैं। उनकी इस रणनीति ने दर्शकों को कंफ्यूज कर दिया है, और कई लोग इसे बोरिंग भी मानते हैं।
नॉमिनेटेड कंटेस्टेंट की स्थिति
इस हफ्ते जिन कंटेस्टेंट के एलिमिनेशन की सबसे ज्यादा संभावना जताई जा रही है, उनमें कशिश कपूर और सारा आरफीन का नाम प्रमुख है। कशिश कपूर का गेम लगातार कमजोर हो रहा है, जबकि सारा आरफीन के लिए दर्शकों का सपोर्ट पहले की तुलना में कम होता जा रहा है। दूसरी तरफ, ईशा सिंह और अविनाश मिश्रा की स्थिति भी कमजोर है, लेकिन वे अपनी जगह बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
क्या चुम का फैसला सही साबित होगा?
चाहत पांडे को बचाने के चुम के फैसले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या यह कदम उनके और चाहत के गेम के लिए फायदेमंद साबित होगा। टाइम गॉड की पावर ने इस हफ्ते के खेल को पूरी तरह बदल दिया है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बाकी नॉमिनेटेड कंटेस्टेंट किस तरह से अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करते हैं।
बिग बॉस के घर में हर पल बदलते समीकरण और पावर शिफ्ट दर्शकों के लिए शो को और रोमांचक बना रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस हफ्ते किसे घर छोड़ना पड़ेगा और कौन फिनाले की ओर एक कदम और आगे बढ़ेगा।