पंजाब में शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। यह आंदोलन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी समेत कुल 13 मांगों को लेकर चल रहा है। खनौरी बॉर्डर पर 70 वर्षीय किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन शुक्रवार को 32वें दिन में प्रवेश कर चुका है। उनकी सेहत नाजुक बनी हुई है, और उन्होंने पानी पीना भी बंद कर दिया है। उन्होंने डॉक्टरी सहायता लेने से इनकार कर दिया है और मोर्चे पर डटे रहने का फैसला किया है।
इस बीच, पंजाब बंद को लेकर राज्यभर में किसान नेताओं द्वारा व्यापारिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठनों के साथ बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें आंदोलन को लेकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ के मुताबिक, डॉक्टरों ने डल्लेवाल का मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि उनका ब्लड प्रेशर 88/59 है, जो सामान्य से काफी कम है। गुरुवार शाम से उन्होंने पानी पीना भी बंद कर दिया है क्योंकि पानी पीने के बाद उन्हें उल्टियां हो रही हैं। उनकी नब्ज और रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर हो चुकी है। डॉक्टर उनकी सेहत को लेकर काफी चिंतित हैं।
पंजाब बंद की रणनीति तैयार
पंजाब बंद को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसानों की एक बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि 30 दिसंबर को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक पंजाब में पूर्ण बंद रहेगा। इस दौरान बसों और ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। सरकारी और निजी कार्यालय भी बंद रहेंगे। बंद के बारे में जनता को पहले ही जागरूक किया जाएगा।
गुरुद्वारों से भी बंद के समर्थन में अपील की जाएगी। साथ ही, सरकारी बसों के कंडक्टरों को यात्रियों को बंद की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है। पंजाब के सभी टोल प्लाजा पर बंद के संबंध में बैनर लगाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री को दो बार पत्र भेजा
आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार पत्र लिखा है। उन्होंने एमएसपी की कानूनी गारंटी और कर्ज माफी सहित किसानों की सभी मांगों को तुरंत स्वीकार करने की अपील की है। डल्लेवाल ने मांग की है कि सरकार किसानों से बातचीत करे और उनकी समस्याओं का समाधान निकाले।
हरियाणा में खाप पंचायत का आयोजन
किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए 29 दिसंबर को हरियाणा के हिसार जिले के बास गांव में खाप पंचायतों की महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस महापंचायत में उत्तर प्रदेश की खाप पंचायतें भी हिस्सा लेंगी। इससे पहले हरियाणा की खाप पंचायतों ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया था।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को लेकर 2 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। आंदोलनकारियों का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द उनकी मांगें नहीं मानीं, तो यह आंदोलन और उग्र हो सकता है।
पंजाब में किसान आंदोलन सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती बन चुका है। किसानों की मांगों को लेकर सरकार की चुप्पी से आंदोलनकारियों में नाराजगी बढ़ रही है। ऐसे में यदि सरकार ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन का असर व्यापक हो सकता है।