पंजाब सरकार ने 2024 में दूध उत्पादकों को बढ़ी हुई कीमतें, नए प्लांट और उत्पादों के साथ मिल्कफेड को और मजबूत किया
पंजाब सरकार ने 2024 में दूध उत्पादकों को राहत देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री भगवंत मान, जिनके पास सहकारी विभाग भी है, ने मिल्कफेड को विशेष परियोजनाएं दीं ताकि दूध उद्योग को लाभकारी बनाया जा सके और किसानों की आय में वृद्धि हो। इस कदम के तहत, मुख्यमंत्री ने 1 अप्रैल से 31 अक्टूबर, 2024 तक दूध की खरीद मूल्य में 25 रुपये प्रति किलो फैट की वृद्धि की, जिससे दूध की खरीद 840 रुपये प्रति किलो फैट के हिसाब से की जा रही है।
पंजाब में 6000 से अधिक दूध उत्पादक सहकारी समितियां हैं, जिनमें 5 लाख से ज्यादा दूध उत्पादक रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने दूध उत्पादकों की मदद के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत पंजाब के विभिन्न स्थानों पर दूध प्रसंस्करण क्षमता बढ़ाने के लिए नए प्लांट स्थापित किए गए हैं।
नए प्लांटों का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने लुधियाना के वेर्का डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया, जिसकी दूध प्रसंस्करण क्षमता 9 लाख लीटर प्रति दिन है। इसके अलावा, इस प्लांट में 10 मीट्रिक टन मक्खन संभालने की क्षमता भी है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने फिरोजपुर में भी एक नया वेर्का डेयरी प्लांट लोगों को समर्पित किया, जिसकी क्षमता एक लाख लीटर दूध प्रसंस्करण और पैकेजिंग की है।
दूध से बने उत्पादों का विस्तार
दूध से बने उत्पादों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए, मुख्यमंत्री ने जलंधर स्थित वेर्का डेयरी प्लांट में एक नया स्वचालित युनिट भी शुरू किया, जिसका उद्देश्य दही और लस्सी जैसे किण्वित उत्पादों की प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ाना है। यह प्लांट 1.25 लाख लीटर प्रति दिन (LLPD) क्षमता के साथ काम करेगा।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए कदम
मुख्यमंत्री ने बताया कि मिल्कफेड ने ग्रामीण क्षेत्रों में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे की स्थापना की है ताकि दूध की खरीद और आपूर्ति प्रणाली को मजबूत किया जा सके। इसके तहत, मिल्कफेड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रतिदिन 20.01 लाख लीटर दूध खरीदा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 9.4 प्रतिशत अधिक है।
विक्री में वृद्धि
कड़े प्रतिस्पर्धा के बावजूद, सहकारी संस्था ने प्रतिदिन 12.66 लाख लीटर पैकेट दूध बेचा, जबकि पिछले वर्ष इसकी बिक्री 12.01 लाख लीटर थी, जिससे 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
नई उत्पादों की शुरुआत
2024 में मिल्कफेड ने पहली बार बिना शुगर वाली खीर, मिल्ककेक और अन्य नए उत्पादों की बिक्री शुरू की, जो उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए लाए गए हैं। इन नए उत्पादों की शुरुआत से मिल्कफेड ने न केवल किसानों की आय बढ़ाई है बल्कि उपभोक्ताओं के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक विकल्प उपलब्ध कराए हैं।
पंजाब सरकार की यह पहल दूध उद्योग को मजबूत करने और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।