अयोध्या स्थित राम मंदिर में सुरक्षा को लेकर एक गंभीर घटना सामने आई है। एक व्यक्ति को कैमरे से लैस हाईटेक चश्मा पहनकर मंदिर के अंदर फोटो खींचते हुए गिरफ्तार किया गया। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, और गहन जांच शुरू हो गई है।
क्या हुआ मामला?
सोमवार को एक व्यक्ति रामलला के दर्शन करने अयोध्या आया। उसने ऐसे चश्मे पहने थे, जिनमें कैमरा और रिकॉर्डिंग डिवाइस लगी हुई थी।
- यह व्यक्ति मंदिर परिसर के सभी सुरक्षा चेकपॉइंट्स को पार कर गया, लेकिन सुरक्षा कर्मी इसे पहचानने में विफल रहे।
- मंदिर परिसर के अंदर फोटो खींचते हुए सुरक्षा अधिकारियों ने उसे पकड़ा।
- उसे तुरंत खुफिया एजेंसियों के हवाले कर दिया गया, और उसकी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी गई।
Meta Ray-Ban Smart Glasses के फीचर्स
जांच में पाया गया कि वह चश्मा हूबहू Meta Ray-Ban Wayfarer मॉडल का है।
- कैमरा: दोनों किनारों पर 12 मेगापिक्सल का कैमरा है, जो आंखों के सामने दिखने वाले दृश्य को रिकॉर्ड कर सकता है।
- वॉयस कमांड: चश्मा वॉयस कमांड के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है।
- स्पीकर और माइक: कॉलिंग और ऑडियो रिकॉर्डिंग के लिए स्पीकर और माइक्रोफोन लगे हैं।
- टच कंट्रोल: टच के जरिए ऑपरेट किया जा सकता है।
- कीमत: इस हाईटेक चश्मे की कीमत लगभग 32,473 रुपये (379 अमेरिकी डॉलर) है।
राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था
राम मंदिर की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल (SSF) तैनात है, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस और पीएसी के विशेष रूप से प्रशिक्षित जवान शामिल हैं।
- इससे पहले मंदिर की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की 6 बटालियन और पीएसी की 12 कंपनियां तैनात थीं।
- SSF अब रामलला के अलावा राज्य की अन्य संवेदनशील जगहों की सुरक्षा भी संभालती है।
इस घटना का महत्व
यह घटना कई सवाल खड़े करती है:
- कैसे सुरक्षा कर्मी इस हाईटेक डिवाइस को पहचानने में विफल रहे?
- क्या यह सुरक्षा में चूक थी, या किसी साजिश का हिस्सा?
- क्या हाईटेक डिवाइस का इस्तेमाल सुरक्षा भंग करने के लिए हो सकता है?
क्या करना चाहिए?
- सुरक्षा चेकअप: मंदिर के चेकपॉइंट्स पर ऐसे हाईटेक गैजेट्स का पता लगाने वाले स्कैनर्स लगाए जाने चाहिए।
- प्रशिक्षण: सुरक्षा कर्मियों को हाईटेक उपकरणों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
- सख्ती बढ़ाई जाए: ऐसे संवेदनशील स्थानों पर कैमरा, डिवाइस, और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर पूर्ण प्रतिबंध लागू होना चाहिए।
अयोध्या के राम मंदिर में हुई यह घटना सुरक्षा प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। हाईटेक डिवाइस जैसे Meta Ray-Ban Glasses, जो दिखने में सामान्य लगते हैं, सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। इस मामले की गहराई से जांच और उचित सुरक्षा उपायों की योजना बनाना आवश्यक है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।