दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं, और आम आदमी पार्टी (आप) के लिए यह चुनाव विशेष महत्व रखते हैं। दिल्ली में सत्ता हासिल करने के बाद, पार्टी ने पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करना शुरू किया था, और अब दिल्ली चुनाव की ओर उसका पूरा ध्यान केंद्रित हो गया है।
आप के पंजाब से जुड़े करीब 352 नेता इस चुनाव प्रचार में शामिल होंगे और दिल्ली में डेरा डालेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी दिल्ली पहुँच कर पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के साथ मुख्य चुनाव अधिकारी से मुलाकात की। इसके बाद, मुख्यमंत्री मान 20 जनवरी के बाद दिल्ली के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में रैलियों का आयोजन करेंगे। इसके साथ ही एक रोड शो भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें वे अरविंद केजरीवाल के साथ चुनाव प्रचार करेंगे।
पार्टी के प्रमुख नेता, जैसे पंजाब के कैबिनेट मंत्री, पहले ही दिल्ली में चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं। पंजाब के ट्रांसपोर्ट मंत्री ललजीत भुल्लर ने दिल्ली के मालवीय नगर में प्रचार किया, वहीं उद्योग मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने भी विभिन्न स्थानों पर प्रचार किया है। वित्त मंत्री हरपाल चीमा और स्पीकर कुलतार सिंह संधवा भी जल्द ही इस प्रचार मुहिम में शामिल होने वाले हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख़ 5 फरवरी घोषित होने के बाद से पार्टी ने अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की जोड़ी दिल्ली में पार्टी की सफलता को लेकर आश्वस्त हैं। इस चुनाव प्रचार में विशेष रूप से पंजाब के मंत्री और अन्य पार्टी के नेता सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
आप के नेता दावा कर रहे हैं कि दिल्ली चुनाव में उनकी पार्टी को बड़ी जीत मिल सकती है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू की हैं, जिन्हें दिल्लीवासी सराह रहे हैं। पंजाब में आप सरकार ने भी कई योजनाएँ शुरू की हैं और इनका प्रचार दिल्ली में किया जाएगा।
इस चुनावी घमासान में सभी प्रमुख पार्टियाँ अपनी-अपनी ताकत झोंक रही हैं, लेकिन आप ने अपनी पूरी ताकत दिल्ली चुनाव प्रचार में लगा दी है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस बार दिल्ली में उनकी पार्टी फिर से ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी।