प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में जेड-मोड़ सुरंग (Z-Morh Tunnel) का उद्घाटन करेंगे। 6.5 किमी लंबी और 2400 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह सुरंग कश्मीर घाटी और लद्दाख के बीच हर मौसम में संपर्क स्थापित करेगी। यह सुरंग न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी वरदान साबित होगी।
जेड-मोड़ सुरंग की विशेषताएं
जेड-मोड़ सुरंग सोनमर्ग को गांदरबल जिले के कंगन शहर से जोड़ती है और यह श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर स्थित है। समुद्र तल से 8,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह सुरंग सर्दियों में बर्फबारी के कारण अवरुद्ध होने वाले मार्ग को सालभर सुगम बनाएगी। इसका नाम “जेड-मोड़” यहां मौजूद ज़ेड-आकार की सड़क के हिस्से पर आधारित है, जो सर्दियों में बंद हो जाती थी।
परियोजना का इतिहास और निर्माण प्रक्रिया
जेड-मोड़ सुरंग परियोजना की शुरुआत 2012 में बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने की थी। बाद में इसे नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHIDCL) को सौंप दिया गया।
2019 में NHIDCL ने परियोजना के लिए नए सिरे से टेंडर जारी किए। यह कार्य APCO इंफ्राटेक ने संभाला और 2023 में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, निर्माण में देरी हुई, और अब यह 2024 के अंत में पूरी तरह से तैयार हो गई।
सुरंग की रणनीतिक और आर्थिक महत्ता
1. सामरिक उपयोग:
जेड-मोड़ सुरंग सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। यह श्रीनगर और लद्दाख के बीच हर मौसम में सुगम संपर्क सुनिश्चित करेगी, जिससे भारतीय सेना की आवाजाही आसान होगी।
2. पर्यटन को बढ़ावा:
सोनमर्ग को अब पूरे साल पर्यटकों के लिए खोला जा सकेगा। यह स्थान एक स्की रिसॉर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है। स्थानीय अर्थव्यवस्था में पर्यटन का अहम योगदान होगा।
3. स्थानीय जीवन में सुधार:
स्थानीय निवासियों को अब सर्दियों में बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। सोनमर्ग और श्रीनगर के बीच यात्रा का समय भी कम हो जाएगा।
4. अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी:
श्रीनगर से कारगिल और लेह की यात्रा पहले की तुलना में सुरक्षित और तेज होगी। यह सुरंग लद्दाख क्षेत्र में विकास की गति को तेज करेगी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेड-मोड़ सुरंग के उद्घाटन को लेकर उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सुरंग न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि पर्यटन को भी नया आयाम देगी। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस परियोजना के फायदों को गिनाया। उन्होंने कहा कि यह सुरंग सोनमर्ग के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए लाभ
1. सोनमर्ग अब पूरे साल पर्यटन के लिए खुला रहेगा।
2. स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
3. सर्दियों में आवाजाही में रुकावटें समाप्त होंगी।
4. श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर यात्रा का समय और जोखिम दोनों कम होंगे।
आधुनिक तकनीक और पर्यावरण संरक्षण
जेड-मोड़ सुरंग को अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है। इसमें वेंटिलेशन सिस्टम, आग से सुरक्षा के उपकरण और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
जेड-मोड़ सुरंग जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच हर मौसम में सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह परियोजना न केवल सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन, स्थानीय अर्थव्यवस्था और क्षेत्र के विकास के लिए भी अहम है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जो देश की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी।