दिल्ली में 2025 के विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) की कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार आतिशी ने रविवार को अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत चंदा मांगने से की। इसके तहत उन्होंने एक विशेष अभियान चलाने का ऐलान किया और जनता से समर्थन के लिए आर्थिक मदद की अपील की।
आप ने की क्राउडफंडिंग की शुरुआत
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चुनाव प्रचार और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें 40 लाख रुपये की आवश्यकता है। इसके लिए उन्होंने चंदा मांगने के लिए एक ऑनलाइन लिंक जारी किया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की राजनीति हमेशा छोटे-छोटे दान पर निर्भर रही है। यह वही ईमानदार राजनीति है जिसने ‘आप’ को जनता के करीब रखा और उसे सरकार चलाने का मौका दिया।
सोशल मीडिया के जरिए जनता से अपील
आप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “देश को आतिशी जी जैसे पढ़े-लिखे और ईमानदार नेताओं की जरूरत है। उनकी क्राउडफंडिंग में योगदान देकर काम और ईमानदारी की राजनीति को मजबूत करें।” सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा गया कि “आतिशी ने पिछले पांच सालों में विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री के तौर पर बेहतरीन काम किया है। यह सब जनता के समर्थन और आशीर्वाद से ही संभव हुआ। अब उन्हें एक बार फिर से आपकी मदद की जरूरत है। कृपया डोनेट करें।”
आप की क्राउडफंडिंग परंपरा
आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने दिसंबर 2024 में जंगपुरा विधानसभा से अपने प्रचार अभियान के लिए ‘क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म’ की शुरुआत की थी। उन्होंने इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से जनता से आर्थिक मदद मांगी और दावा किया कि यह जनता से जुड़ने और पारदर्शी तरीके से राजनीति करने का सबसे अच्छा माध्यम है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच फरवरी को होगा और नतीजे आठ फरवरी को घोषित किए जाएंगे। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक, सभी पार्टियों के पास अब चुनाव प्रचार के लिए सीमित समय बचा है।
आतिशी ने बताया जनता से जुड़ने का तरीका
आतिशी ने अपने अभियान के दौरान कहा कि चंदा मांगना केवल चुनाव प्रचार के लिए धन जुटाने का तरीका नहीं है, बल्कि जनता से जुड़ने और उन्हें अपनी पार्टी की राजनीति में शामिल करने का भी जरिया है। उन्होंने कहा कि “आप” ने हमेशा जनता की भागीदारी को प्राथमिकता दी है।
काम और ईमानदारी की राजनीति पर जोर
आतिशी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य केवल सत्ता में आना नहीं, बल्कि काम और ईमानदारी की राजनीति को आगे बढ़ाना है। उन्होंने विश्वास जताया कि दिल्ली की जनता उनकी पार्टी को फिर से समर्थन देगी और ‘आप’ एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाएगी।
आप की उम्मीदें और चुनौतियां
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जनता के बीच अपनी पकड़ बनाए रखने की चुनौती है। पार्टी ने अपने कार्यकाल के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के क्षेत्र में किए गए कार्यों को प्रमुखता से प्रचारित किया है। हालांकि, भाजपा और कांग्रेस जैसे प्रतिद्वंद्वी दलों के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह चुनाव आप के लिए एक कठिन परीक्षा साबित हो सकता है।
आम आदमी पार्टी ने क्राउडफंडिंग के जरिए जनता से जुड़ने का एक अनोखा तरीका अपनाया है। मुख्यमंत्री आतिशी और पार्टी के अन्य नेता जनता के छोटे-छोटे दान के सहारे अपनी चुनावी रणनीति को मजबूत बनाने में जुटे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव का यह दौर यह तय करेगा कि जनता का भरोसा ‘काम और ईमानदारी की राजनीति’ पर कायम रहता है या नहीं।