दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को एक अनोखी अपील की। चुनावी फंडिंग के लिए उन्होंने जनता से मदद की गुहार लगाई थी और कहा था कि उन्हें 40 लाख रुपये की जरूरत है, ताकि वे आगामी चुनाव लड़ सकें। दिलचस्प बात यह है कि उनकी अपील के सिर्फ चार घंटे के भीतर ही उन्हें 1032000 रुपये का चंदा मिल चुका था। यह राशि 176 दानदाताओं से आई, और यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बहुत जल्द उनकी पूरी लक्ष्य राशि 40 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी।
आतिशी ने अपनी अपील में कहा था कि वह चुनाव लड़ने के लिए 100 से लेकर 1000 रुपये तक का सहयोग स्वीकार करेंगी। उन्होंने दिल्लीवासियों और देशभर के लोगों से छोटे-छोटे दान की अपील की थी। उनका कहना था कि पहले भी दिल्ली के लोगों ने उन्हें समर्थन दिया था और छोटे-छोटे योगदानों से उन्हें चुनाव लड़ने और जीतने में मदद मिली थी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा समर्थन राजधानी के गरीब वर्ग से आया था, जिन्होंने 10 से लेकर 100 रुपये तक की राशि दान की थी। यह दर्शाता है कि आम जनता से जुड़े राजनीतिक अभियान में लोगों का विश्वास और समर्थन मजबूत है।
आतिशी की इस अपील का असर तेजी से हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चार घंटे के अंदर ही उन्हें लाखों रुपये का चंदा मिल चुका है। इसका मुख्य कारण यह भी हो सकता है कि ‘आप’ ने पिछले कुछ सालों में दिल्ली में ईमानदारी की राजनीति और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की छवि बनाई है। मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के सिद्धांतों को रेखांकित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कभी बड़े कॉरपोरेट्स से फंडिंग नहीं ली। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर उनकी पार्टी बड़े दिग्गजों से पैसे लेती, तो वे आम लोगों के लिए मुफ्त पानी, बिजली, मोहल्ला क्लिनिक, और शिक्षा जैसी योजनाओं को लागू नहीं कर पाते।
आतिशी ने कहा कि चुनावी फंडिंग में आम जनता की मदद ही उनकी पार्टी की ताकत है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘आप’ ने हमेशा आम लोगों के छोटे-छोटे दान पर निर्भर रहते हुए चुनाव लड़ा है। उनका यह संदेश विशेष रूप से दिल्लीवासियों के बीच एक बड़ी सकारात्मक प्रतिक्रिया लेकर आया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिसमें पुरुष वोटरों की संख्या 83,49,645 और महिला वोटरों की संख्या 71,73,952 है। वहीं, थर्ड जेंडर के वोटरों की संख्या 1,261 है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा और परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
‘आप’ ने पहले 2015 और फिर 2020 में 67 और 62 सीटों के साथ भारी जीत हासिल की थी और अब पार्टी की नजर तीसरी बार सत्ता में आने पर है। आतिशी की अपील और चुनावी फंडिंग के साथ-साथ पार्टी का मजबूत आधार इस बार भी जीत की संभावनाओं को बढ़ाता है।