मौसम विभाग ने पंजाब और चंडीगढ़ में ठंड और कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रहने की संभावना है, जिससे लोगों को सफर के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 11 जिलों में शीतलहर की स्थिति और 12 जिलों में घने कोहरे की संभावना जताई गई है।
गुरदासपुर सबसे ठंडा जिला
पिछले 24 घंटों में पंजाब के गुरदासपुर जिले ने सबसे कम तापमान दर्ज किया। यहां तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा। राज्य के अन्य जिलों में भी ठंड का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, बठिंडा, और मोगा जैसे जिलों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पिछले दो दिनों में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहे, जिससे तापमान में गिरावट आई है। ठंडी हवाओं और घने कोहरे के कारण सुबह और रात के समय ठंड अधिक महसूस की जा रही है। इसके साथ ही कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई, जिससे ठंड और बढ़ गई।
14 जनवरी से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 14 जनवरी से मौसम में कुछ सुधार हो सकता है। हालांकि, फिलहाल लोगों को ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन सुबह और रात में ठंड का असर बरकरार रहेगा।
यात्रियों के लिए सतर्कता
कोहरे और शीतलहर के चलते सड़क हादसों का खतरा बढ़ गया है। विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। आवश्यक हो तो ही यात्रा करें और धीमी गति से वाहन चलाएं। ट्रेन और हवाई यात्रा पर भी कोहरे का प्रभाव देखने को मिल सकता है।
फसलों पर असर
मौसम में आए इस बदलाव का असर रबी फसलों पर भी पड़ सकता है। गेहूं और सरसों की फसलों को कम तापमान का लाभ हो सकता है, लेकिन अत्यधिक कोहरा और पाला नुकसानदायक हो सकता है। किसानों को अपनी फसलों की विशेष देखभाल करने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य संबंधित सावधानियां
ठंड और कोहरे के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। गर्म कपड़े पहनें और सुबह-शाम ठंडी हवाओं से बचें। घर से बाहर निकलते समय उचित सुरक्षा का ध्यान रखें।
पंजाब और चंडीगढ़ में मौसम का यह बदला हुआ मिजाज लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कोहरे और शीतलहर के कारण दैनिक जीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में सतर्कता और सावधानियों के साथ इन परिस्थितियों का सामना करना जरूरी है।