दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी आतिशी ने सोमवार को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
कालकाजी मंदिर में पूजा के बाद भरा नामांकन
नामांकन से पहले मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की और माता कलका का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आज मैं अपना नामांकन दाखिल करने जा रही हूं। मैं सबसे पहले माता कलका का आशीर्वाद लेने कालकाजी मंदिर जाऊंगी। गिरी नगर गुरुद्वारा में अरदास के बाद नामांकन रैली की शुरुआत करूंगी। पिछले पांच सालों में मुझे अपने कालकाजी परिवार से बहुत स्नेह मिला है। मुझे पूरा विश्वास है कि उनका आशीर्वाद हमेशा मेरा मार्गदर्शन करेगा।”
क्राउडफंडिंग से जुटाएंगे चुनावी खर्च
चुनाव प्रचार के लिए समर्थन जुटाने के मकसद से मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को एक क्राउडफंडिंग अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि AAP “काम और ईमानदारी की राजनीति” के लिए प्रतिबद्ध है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतिशी ने ऑनलाइन डोनेशन का लिंक साझा करते हुए बताया कि उनके चुनाव अभियान के लिए 40 लाख रुपये की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी हमेशा आम लोगों के छोटे-छोटे योगदानों पर निर्भर रही है, जिससे हम पारदर्शी और ईमानदार राजनीति कर सके।”
उन्होंने आगे कहा, “पिछले पांच वर्षों में आपने मुझे विधायक, मंत्री और अब दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन दिया है। यह यात्रा आपके अटूट आशीर्वाद और विश्वास के बिना संभव नहीं थी।”
प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री आतिशी का मुकाबला BJP के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लाम्बा से है। इस चुनावी लड़ाई में AAP अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश कर रही है, जबकि BJP और कांग्रेस दोनों अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति में लगे हैं।
5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएंगे नतीजे
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 5 फरवरी को होने हैं और मतगणना 8 फरवरी को होगी।
2015 में AAP ने 67 सीटों पर जीत हासिल करते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी और 2020 में भी 62 सीटों के साथ अपनी सत्ता बरकरार रखी। इस बार पार्टी अपनी तीसरी लगातार जीत के लिए प्रयासरत है। दूसरी ओर, BJP 2015 के तीन सीटों से 2020 में आठ सीटों तक पहुंचने के बाद इस बार अपनी स्थिति और मजबूत करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस, जिसने पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीती, इस बार विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रही है।
कालकाजी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना है। मुख्यमंत्री आतिशी ने अपनी उपलब्धियों और जनता के विश्वास के बल पर चुनाव जीतने का विश्वास जताया है। अब देखना यह होगा कि दिल्ली की जनता इस बार किसे चुनती है।