पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राज्य के लोगों को एक खास तोहफा दिया। उन्होंने पटियाला के किले मुबारक में स्थित ‘होटल रन बास- द पैलेस’ का उद्घाटन किया। यह होटल दुनिया का एकमात्र सिख महल है, जिसे पूरी तरह से सिख संस्कृति और विरासत के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इस महल के उद्घाटन से राज्य के पर्यटन क्षेत्र में नई जान आने की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि यह महल राजस्थान के किलों की तर्ज पर एक प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल बनेगा।
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के दौरान बताया कि इस महल के खुलने से पंजाब की समृद्ध विरासत को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी सांस्कृतिक धरोहर है, लेकिन पूर्व सरकारों ने इन धरोहरों को सही तरीके से संभाला नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों ने सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में बेच दिया था, जबकि अब पंजाब सरकार इन स्थलों का सही उपयोग कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस दिशा में और भी कदम उठाए जाएंगे, ताकि पंजाब की ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण और प्रचार हो सके।
‘होटल रन बास- द पैलेस’ पर काम पिछले कई सालों से चल रहा था और अब इसे एक शानदार होटल के रूप में तैयार किया गया है। इस होटल में किले मुबारक के अंदर स्थित रनवास, गिलाखाना और लस्सीखाना को पुनर्निर्मित किया गया है। इन स्थानों को एक heritage hotel के रूप में परिवर्तित किया गया है। इस परियोजना के लिए सरकार ने 6 करोड़ रुपये की शुरुआती राशि जारी की थी, और इसे पुरातत्व विभाग द्वारा पुनर्निर्मित किया जा रहा है।
किले मुबारक के अंदर स्थित यह होटल सिखों के ऐतिहासिक स्थलों के रूप में जाना जाता है। इस महल के अंदर रानीयों के रहने के लिए बनाए गए कमरे और कई अन्य ऐतिहासिक स्थान अब इस होटल का हिस्सा बन चुके हैं। इस महल के दो मंजिला हिस्से में तीन बेहतरीन पेंटिंग चैंबर हैं, जहां कीमती पेंटिंग्स प्रदर्शित की गई हैं। इसके अलावा, यहां लस्सीखाना भी है, जहां पहले सेवा में लगी महिलाएं रोटियां बनाती थीं और अन्य लोगों को बांटती थीं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस होटल से न केवल पंजाब का पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि यह राज्य की आर्थिक स्थिति को भी मजबूती प्रदान करेगा। इसके साथ ही पंजाब सरकार ने कई अन्य सरकारी ज़मीनों का भी सही इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। इस होटल का उद्घाटन पंजाब के ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करने के लिए सरकार की पहल का हिस्सा है।
यह महल न केवल पर्यटन के लिए एक आकर्षण बनेगा, बल्कि यह पंजाब की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करने का एक बड़ा माध्यम भी बनेगा।