हाल ही में, लोकसभा हलका खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह ने श्री मुक्तसर साहिब में माघी के मौके पर एक सम्मेलन के दौरान अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘अकाली दल (वारिस पंजाब दे)’ की घोषणा की। इस पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।
पटियाला में होटल रन बास के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से पत्रकारों ने अमृतपाल सिंह द्वारा नई पार्टी बनाने के बारे में सवाल किया। मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि हर किसी को अपनी पार्टी बनाने का हक है, और उन्होंने अमृतपाल सिंह को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि देश में कई राजनीतिक पार्टियां रजिस्टर्ड हैं। अब यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह कौन सा एजेंडा लेकर आते हैं और क्या वह एजेंडा लोगों को पसंद आता है या नहीं।
मुख्यमंत्री मान ने पंजाब की उपजाऊ धरती की बात करते हुए कहा कि वह अक्सर कहते हैं कि पंजाब की भूमि बहुत ही उर्वरक है। यहाँ जो भी बीज डाले जाते हैं, वह उग जाते हैं, लेकिन यहाँ नफरत के बीज कभी नहीं उग सकते। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में दो समुदायों को आपस में लड़ाने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन हर बार वह असफल रही हैं। पंजाब के लोग बहुत समझदार हैं और उन्होंने बहुत कुछ सहा है, इसलिए अब कोई भी नफरत फैलाने की कोशिश नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब देश की नेतृत्व करने वाला राज्य है और यहाँ के लोग बहुत बुद्धिमान हैं। पंजाब ने कई संघर्षों का सामना किया है और अब यहाँ के लोग शांति और एकता में विश्वास रखते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब के लोग किसी भी बाहरी ताकत को अपने बीच नफरत फैलाने की अनुमति नहीं देंगे।
इस तरह मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अमृतपाल सिंह की नई पार्टी की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया दी और यह स्पष्ट किया कि राजनीतिक पार्टी बनाना हर किसी का अधिकार है, लेकिन उस पार्टी का एजेंडा ही यह तय करेगा कि वह कितनी सफल होगी। इसके साथ ही उन्होंने पंजाब की एकता और भाईचारे को बनाए रखने की अहमियत को भी दोहराया।