शनिवार को उत्तर भारत में घने कोहरे का असर देखा गया, जिससे दिल्ली में 47 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ। हालांकि दिन में धूप निकलने से मौसम में गर्माहट महसूस हुई और तापमान बढ़ने से ठंड से कुछ राहत मिली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिनों तक कोहरे के बने रहने की संभावना जताई है।
कोहरे का प्रभाव और दृश्यता
शनिवार सुबह पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में घने कोहरे के कारण दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही। मौसम विभाग की वैज्ञानिक डॉ. सोमा सेन रॉय के अनुसार, इन राज्यों में रविवार को भी घने कोहरे की संभावना है। प्रयागराज में महाकुंभ नगर में 20 जनवरी तक कोहरा बना रह सकता है।
भारतीय रेलवे के अनुसार, सुबह 6 बजे तक कोहरे के कारण कई ट्रेनों का संचालन बाधित रहा। हालांकि, कुछ समय बाद स्थिति सामान्य हो गई।
बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान
आईएमडी ने पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। 21 जनवरी से बारिश तेज होगी, जबकि 22-23 जनवरी को मैदानी इलाकों में भी बारिश शुरू हो सकती है। तेज हवाएं चलने और तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है। इससे कोहरा कम होने की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का असर
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को रोहतांग, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई। रोहतांग दर्रे में रुक-रुक कर बर्फ गिरती रही। अटल टनल रोहतांग को फोर बाई फोर वाहनों के लिए खोल दिया गया, लेकिन छोटे वाहनों और बसों को अभी इंतजार करना होगा।
लाहौल में 129 सड़कें और कुल्लू में 10 सड़कें बर्फबारी के कारण बंद हैं। 22 और 23 जनवरी को हिमाचल के अधिकांश हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान में बढ़ोतरी और धूप की राहत
शनिवार को उत्तर भारत के कुछ राज्यों में दिन के समय मौसम खुला और धूप खिली। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा में भी मौसम साफ रहा। हरियाणा के नारनौल में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो राज्य का सबसे ठंडा क्षेत्र था।
घने कोहरे और बर्फबारी के कारण उत्तर भारत में जीवन प्रभावित हो रहा है। ट्रेनें लेट होने और सड़कों के बंद होने से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में बारिश और तापमान में बढ़ोतरी से ठंड और कोहरे से राहत मिलने की उम्मीद है।