दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तकरार एक बार फिर बढ़ गई है। इस बार, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सोमवार को BJP पर तंज कसते हुए एक किताब जारी की, जिसका नाम था “BJP की उपलब्धियां दिल्ली में”। यह किताब पूरी तरह से खाली पन्नों वाली थी, और संजय सिंह ने इसे प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जारी किया। उनका कहना था कि भाजपा अपनी उपलब्धियों को खुद नहीं बता पा रही है, इसलिए उन्होंने इस किताब को पेश किया है।
BJP द्वारा की गईं वायदों की याद दिलाई
संजय सिंह ने इस किताब को पेश करते हुए भाजपा की केंद्रीय सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद कई वादे किए थे, जैसे कि 15 अगस्त 2022 तक सभी को स्थायी घर मिलेंगे, किसानों को MSP मिलेगा, रुपया मजबूत होगा और सीमा की सुरक्षा होगी। दिल्ली के मामले में भी भाजपा ने वादा किया था कि स्लम क्षेत्रों में रहने वालों को स्थायी रजिस्ट्रियां दी जाएंगी, लेकिन अब तक इन वायदों पर कोई काम नहीं हुआ।” उन्होंने किताब के खाली पन्नों के माध्यम से यह सवाल उठाया कि भाजपा ने जो वादे किए थे, उनकी कोई उपलब्धि अब तक सामने क्यों नहीं आई।
आरोप और तंज़
संजय सिंह ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा, “जो लोग जिन्ना की क़ब्र पर सिर झुकाते हैं, वे देशभक्ति के बारे में बात नहीं कर सकते। भाजपा के पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिशों का समर्थन किया था। मोदी जी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपनी शपथ ग्रहण समारोह में बुलाकर क्या संदेश देना चाहते थे?” इस पर भाजपा के नेता अनुराग ठाकुर को भी आड़े हाथों लिया गया। संजय सिंह ने कहा, “क्या अनुराग ठाकुर जैसे नेता हमें देशभक्ति सिखाएंगे, जो गोली चलाने की भाषा बोलते हैं?”
कांग्रेस पर तंज
AAP सांसद ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा, “कांग्रेस पार्टी दिल्ली चुनावों में कोई खिलाड़ी नहीं है। वे हर दिन आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन चुनाव के परिणाम तक इंतजार करें।” यह बयान उस समय दिया गया जब कांग्रेस और AAP दिल्ली विधानसभा चुनाव में अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, हालांकि दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 में एक साथ मिली थीं।
दिल्ली में तीन-पक्षीय मुकाबला
दिल्ली विधानसभा चुनावों में इस बार तीन प्रमुख दलों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा—AAP, BJP और कांग्रेस। दिल्ली के मतदाता 5 फरवरी को मतदान करेंगे और मतगणना 8 फरवरी को होगी। संजय सिंह के तंज और आरोपों से यह स्पष्ट हो गया कि दिल्ली चुनावों में राजनीतिक लड़ाई काफी तीव्र होने वाली है।