पंजाब-हरियाणा की खनौरी सीमा पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरण व्रत 57वें दिन भी जारी है। सोमवार शाम को उनके इलाज में लगे डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि शनिवार रात से डल्लेवाल की सेहत में सुधार हुआ है। डॉक्टरों के अनुसार उनकी ब्लड रिपोर्ट जल्द ही आ जाएगी। सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर लगातार उनकी सेहत की निगरानी कर रहे हैं। आठ वरिष्ठ डॉक्टर मौके पर मौजूद हैं और 14 फरवरी को केंद्र सरकार के साथ प्रस्तावित बैठक से पहले उनकी हालत सुधारने की कोशिशें जारी हैं।
डॉक्टरों की सिफारिश: भोजन शुरू करने की अपील
किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि डॉक्टर स्वैमान सिंह की रिपोर्ट के अनुसार जगजीत सिंह डल्लेवाल को खाने-पीने की शुरुआत करने की सिफारिश की गई है। डॉक्टरों का मानना है कि इससे उनकी सेहत बेहतर होगी और वे 14 फरवरी की बैठक में शामिल हो सकेंगे।
26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च का ऐलान
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया है। किसान नेता ने बताया कि यह मार्च 26 जनवरी को दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक होगा। इस दौरान किसान अपने ट्रैक्टर को माल, टोल प्लाजा, भाजपा दफ्तरों के सामने या सड़कों के किनारे खड़ा करेंगे। प्रदर्शन स्थल का चयन स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार किया जाएगा।
सरकार के खिलाफ चेतावनी
किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले किसी भी लोक कलाकार या अन्य समर्थकों के खिलाफ कोई प्रतिशोधात्मक कार्रवाई करती है, तो संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा उनके साथ मजबूती से खड़ा होगा।
किसानों की मांगों को लेकर संघर्ष जारी
किसानों ने सरकार से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी कानून बनाने और अन्य लंबित मांगों को पूरा करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा। ट्रैक्टर मार्च का उद्देश्य किसानों के आंदोलन को और अधिक मजबूती देना और सरकार पर दबाव बनाना है।
किसानों की एकता और समर्थन
संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, यह आंदोलन किसी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं है, बल्कि देश के किसानों के हितों की रक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए हो रहा है और इसमें सभी किसान एकजुट होकर भाग ले रहे हैं।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन और 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किसानों की ताकत और एकजुटता को दर्शाता है। सरकार और किसानों के बीच होने वाली 14 फरवरी की बैठक से इस आंदोलन के भविष्य की दिशा तय होगी। किसान अपने संघर्ष में मजबूती से खड़े हैं और अपने अधिकारों की लड़ाई में पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं।