मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज का महाराष्ट्र में 3.05 लाख करोड़ का बड़ा निवेश
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने महाराष्ट्र में 3.05 लाख करोड़ रुपये का ऐतिहासिक निवेश करने की घोषणा की है। दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2025 के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनंत अंबानी और महाराष्ट्र सरकार के बीच इस बड़े करार का समझौता (MoU) हुआ। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से साझा जानकारी के अनुसार, यह निवेश न्यू एनर्जी, रिटेल और टेलीकॉम सहित कई क्षेत्रों में किया जाएगा।
दावोस में ऐतिहासिक MoU साइन
इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे राज्य के विकास के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह निवेश महाराष्ट्र को भारत की आर्थिक शक्ति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान के मुताबिक, अनंत अंबानी के नेतृत्व में GoM और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दावोस में यह बड़ा समझौता किया है।
300,000 नौकरियों का वादा
इस निवेश से राज्य में करीब 3 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि यह निवेश पेट्रोकेमिकल्स, पॉलिएस्टर, जैव-ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन केमिकल्स, इंडस्ट्रियल ग्रोथ, डेटा सेंटर, टेलीकॉम और रियल एस्टेट जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा।
अनंत अंबानी का बयान
रिलायंस के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनंत अंबानी ने इस करार के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह रिलायंस और मेरे लिए गर्व का क्षण है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘New India’ के विचार के लिए प्रतिबद्ध हैं। महाराष्ट्र को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का एंट्री पॉइंट बनाने के लिए हम मुख्यमंत्री फडणवीस के विजन से प्रेरित हैं।”
अनंत अंबानी ने आगे कहा कि रिलायंस भारत के सबसे बड़े बिजनेस ग्रुप के रूप में देशभर में अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहा है। यह 3.05 लाख करोड़ रुपये का निवेश इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राज्य में विकास की नई संभावनाएं
इस समझौते के जरिए न्यू एनर्जी और रिटेल सेक्टर में बड़े पैमाने पर काम होगा, जिससे महाराष्ट्र को आर्थिक और औद्योगिक विकास में नई ऊंचाई मिलेगी। यह निवेश राज्य में रोजगार और बुनियादी ढांचे को भी मजबूती देगा।
यह डील महाराष्ट्र के आर्थिक विकास और निवेश में नई ऊर्जा भरने के साथ भारत को ग्लोबल मार्केट में मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।