वीरवार, 23 जनवरी को घरेलू शेयर बाजारों ने हल्की कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की, लेकिन बाद में बाजार में मजबूती देखने को मिली। लगातार दूसरे दिन बाजार में तेजी का रुख बना रहा। सेंसेक्स 115.39 अंकों की बढ़त के साथ 76,520.38 के स्तर पर बंद हुआ, जो 0.15% की बढ़त दर्शाता है। सेंसेक्स 30 के 17 स्टॉक्स में तेजी और 13 स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिली।
निफ्टी में भी रही मजबूती
निफ्टी ने भी सकारात्मक रुख बनाए रखा। यह 50 अंकों की बढ़त के साथ 23,205.35 पर बंद हुआ, जो 0.22% की बढ़त को दर्शाता है। निफ्टी 50 के 30 स्टॉक्स में बढ़त और 20 स्टॉक्स में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 1 स्टॉक स्थिर बना रहा। हालांकि, निफ्टी बैंक में कमजोरी देखने को मिली और यह 135 अंकों की गिरावट के साथ 48,589 के स्तर पर बंद हुआ।
सत्र की शुरुआत में बाजार में गिरावट
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 130 अंकों की गिरावट के साथ 76,220 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी भी 22 अंकों की गिरावट के साथ 23,120 के आसपास बना हुआ था। बैंक निफ्टी में 130 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 48,600 के ऊपर कारोबार कर रहा था।
हालांकि, बाजार ने जल्दी ही अपने घाटे को संभाल लिया। सेंसेक्स ने 152.54 अंकों या 0.20% की बढ़त के साथ 76,557.53 पर कारोबार किया, जबकि निफ्टी 37.10 अंकों या 0.16% की बढ़त के साथ 23,192.45 पर बना रहा।
किन सेक्टर्स में दिखी मजबूती
तेजी वाले सेक्टर्स में आईटी, ऑटो और एफएमसीजी प्रमुख रहे। वहीं, बैंकिंग और मेटल सेक्टर में दबाव देखा गया।
- आईटी सेक्टर: बाजार में टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिली।
- ऑटो सेक्टर: ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों में भी मजबूती बनी रही।
- एफएमसीजी सेक्टर: उपभोक्ता उत्पाद कंपनियों के शेयरों ने बाजार को सहारा दिया।
गिरावट वाले सेक्टर्स
बैंकिंग और मेटल सेक्टर में दबाव बना रहा। बैंक निफ्टी में 135 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। मेटल सेक्टर के प्रमुख स्टॉक्स में भी हल्की कमजोरी देखी गई।
निवेशकों का ध्यान
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार पर ग्लोबल संकेतों का असर बना हुआ है। निवेशक आगामी वित्तीय वर्ष के बजट और प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजों पर नजर बनाए हुए हैं।
हालांकि बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई थी, लेकिन दिन के अंत में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने मजबूती के साथ अपनी पोजीशन संभाल ली। निवेशकों को बाजार में सतर्कता और लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान देना चाहिए।