
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट में भारत रत्न डॉ. बी.आर. अंबेडकर की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर का अपमान हर भारतीय के सम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा है। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर और उदाहरणीय कार्रवाई की जाएगी।
भगवंत मान ने कहा, “यह घटना केवल एक व्यक्ति की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास नहीं है, बल्कि यह भारतीय संविधान और उसके मूल्यों पर चोट करने का कुत्सित प्रयास है।” उन्होंने लोगों से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि राज्य की शांति और सांप्रदायिक सद्भावना को भंग करने की कोई हिम्मत न कर सके।
राज्य की अमन-शांति को भंग नहीं होने देंगे
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार पंजाब में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे समाज विरोधी और देश विरोधी तत्वों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए चौकस है। भगवंत मान ने कहा, “जो भी पंजाब में अशांति पैदा करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी राज्य की अमन-शांति से खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से राज्य में शांति और भाईचारे को बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सद्भावना, शांति और भाईचारे को मजबूत करना ही पंजाब को सबसे शांतिपूर्ण और समृद्ध राज्य बना सकता है। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार हर कीमत पर राज्य के सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाएगी।
इस घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है और दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।