पंजाब के ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए 26 जनवरी से 4 बड़े शहरों – मोहाली, अमृतसर, जालंधर और लुधियाना में ई-चालान प्रणाली शुरू की जा रही है। इस दौरान लुधियाना के सोशल मीडिया पर 18 प्रमुख चौराहों की एक सूची वायरल हो रही है, जिनके बारे में दावा किया जा रहा है कि यहां पर ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ई-चालान किए जाएंगे। हालांकि, इस सूची की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की गई है। ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ई-चालान का सिस्टम अभी शुरुआती चरण में है और इसका परीक्षण जारी है।
लुधियाना में पहली बार साल 2019 में ई-चालान प्रणाली शुरू की गई थी। इस समय कुल 6 चौराहों को इस प्रणाली के तहत कवर किया गया था। लेकिन कुछ चौराहों पर निर्माण कार्य और तकनीकी समस्याओं के कारण यह प्रणाली स्थगित हो गई थी। हाल ही में, चंडीगढ़ मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद दिसंबर 2024 में ई-चालान प्रणाली का ट्रायल एक बार फिर शुरू किया गया। पिछले दिसंबर और जनवरी के दौरान ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर 450 से अधिक ई-चालान जारी किए गए हैं।
कैसे होगा ई-चालान का भुगतान?
ई-चालान का भुगतान लोगों को ऑनलाइन तरीके से करना होगा। अगर चालान का भुगतान समय पर नहीं किया गया, तो संबंधित वाहन की आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) परिवहन विभाग के पोर्टल पर लॉक कर दी जाएगी। इसके बाद वाहन से संबंधित किसी अन्य प्रक्रिया जैसे नाम परिवर्तन, लोन कटवाने आदि का काम नहीं हो सकेगा।
वायरल सूची और प्रशासन की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सूची में लुधियाना के 18 चौराहों का जिक्र है, जहां सीसीटीवी कैमरों की मदद से ई-चालान किए जाएंगे। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी इस सूची की पुष्टि करने से बच रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि अभी ई-चालान प्रणाली का पहला चरण चल रहा है। धीरे-धीरे बाकी चौराहों को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा।
लोगों में चर्चा और सवाल
वायरल सूची को लेकर शहर के लोगों में चर्चा तेज हो गई है। लोग अपने परिचित पुलिसकर्मियों और पत्रकारों से फोन पर जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं कि वास्तव में कौन-कौन से चौराहों पर ई-चालान किए जाएंगे। इसके साथ ही, वे यह भी जानने का प्रयास कर रहे हैं कि किस तरह के ट्रैफिक उल्लंघनों पर चालान काटे जाएंगे।
फोकस रहेगा रेड लाइट जंप पर
ट्रैफिक पुलिस का मुख्य फोकस रेड लाइट जंप करने वालों पर रहेगा। इसके अलावा, हेलमेट न पहनने और तेज रफ्तार जैसे मामलों में भी चालान काटे जाएंगे। अधिकारियों का मानना है कि ई-चालान प्रणाली से शहर में ट्रैफिक नियमों का पालन बढ़ेगा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
आम जनता से अपील की गई है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और इस नई प्रणाली को स्वीकारते हुए जिम्मेदार नागरिक का परिचय दें।