पंजाब सरकार ने पिछड़ी श्रेणियों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए जारी की 12.66 करोड़ की सहायता
पंजाब सरकार मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पिछड़ी श्रेणियों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इस बात का खुलासा राज्य की सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने “आशीर्वाद योजना” के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 के लिए इन वर्गों की लंबित आवेदनों पर कार्रवाई करते हुए 12.66 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि इस राशि से राज्य के 15 जिलों के कुल 2,483 लाभार्थियों को सहायता मिलेगी। यह सहायता सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। जिन जिलों के लाभार्थियों को यह सहायता मिली है, उनमें बठिंडा, फरीदकोट, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, मानसा, पटियाला, रूपनगर, मोहाली (एसएएस नगर), संगरूर, मलेरकोटला और तरनतारन शामिल हैं।
जिलों में वितरित राशि और लाभार्थियों की संख्या
डॉ. कौर ने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक जिले में वित्तीय सहायता का वितरण किया गया है। जिला गुरदासपुर को सबसे अधिक 656 लाभार्थी मिले हैं, जबकि तरनतारन में 645 लाभार्थियों को लाभ हुआ है। अन्य जिलों में फरीदकोट के 19, बठिंडा के 45, फिरोजपुर के 198, फतेहगढ़ साहिब के 82, फाजिल्का के 175, होशियारपुर के 277, जालंधर के 34, मानसा के 102, पटियाला के 144, रूपनगर के 5, मोहाली के 3, संगरूर के 38 और मलेरकोटला के 60 लाभार्थियों को इस सहायता का लाभ दिया गया है।
आशीर्वाद योजना के पात्रता मानदंड
डॉ. कौर ने योजना की पात्रता शर्तों के बारे में बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्ता को पंजाब का स्थायी निवासी होना चाहिए। साथ ही, उसका परिवार गरीबी रेखा से नीचे होना चाहिए। योजना के तहत अनुसूचित जाति, पिछड़ी श्रेणियों और अन्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के वे परिवार आते हैं, जिनकी वार्षिक आय 32,790 रुपये से कम है। ऐसे परिवारों की दो बेटियां इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
योजना का उद्देश्य पिछड़ी श्रेणियों और कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना है। इसके तहत विवाह, शिक्षा और अन्य सामाजिक जरूरतों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
सीधे बैंक खातों में सहायता राशि का स्थानांतरण
पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की है। इससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी और बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो जाती है। यह प्रक्रिया लाभार्थियों के बीच विश्वास और पारदर्शिता बनाए रखने में मदद करती है।
सरकार की लगातार प्रयासशीलता
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि पंजाब सरकार अनुसूचित जाति, पिछड़ी श्रेणियों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की भलाई के लिए निरंतर काम कर रही है। आशीर्वाद योजना के अलावा, सरकार इन वर्गों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में भी नई योजनाओं पर काम कर रही है।
पंजाब सरकार की यह पहल पिछड़ी और कमजोर वर्गों के उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आशीर्वाद योजना के तहत दी गई वित्तीय सहायता न केवल सामाजिक न्याय को बढ़ावा देती है, बल्कि इन वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास भी करती है। इससे न केवल लाभार्थियों को आर्थिक संबल मिलेगा, बल्कि उनके जीवन स्तर में सुधार भी होगा।