अगर आप अपने वाहन के लिए VIP नंबर लेने के शौकीन हैं, तो यह खबर आपको हैरान कर सकती है। पंजाब सरकार के परिवहन विभाग ने नया नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसके तहत मनपसंद नंबर लेने का खर्च अब दोगुना हो गया है। सरकार ने विशेष नंबरों की नीलामी दरों में भारी बढ़ोतरी कर दी है, जिससे अब वाहन मालिकों को VIP नंबर के लिए जेब अधिक ढीली करनी होगी।
अब 0001 नंबर के लिए देने होंगे 5 लाख रुपये!
नए नियमों के अनुसार, सबसे महंगे और प्रतिष्ठित नंबर “0001” की कीमत अब दोगुनी हो गई है। पहले यह नंबर 2.5 लाख रुपये में मिलता था, लेकिन अब इसे लेने के लिए 5 लाख रुपये चुकाने होंगे।
इसके अलावा, 0002 से 0009 तक के नंबर, जो पहले 25,000 रुपये में उपलब्ध थे, अब 2 लाख रुपये में मिलेंगे।
अन्य VIP नंबरों की नई दरें:
🔹 7777, 1111, 9999, 2222 जैसे नंबर पहले 12,500 रुपये में मिलते थे, लेकिन अब इनकी कीमत 1 लाख रुपये कर दी गई है।
🔹 1008, 0295, 786 जैसे धार्मिक और शुभ माने जाने वाले नंबर, जो पहले बिल्कुल मुफ्त मिल जाते थे, अब इनके लिए 1 लाख रुपये देने होंगे।
🔹 1313, 6969, 5050 जैसे आकर्षक नंबर, जो पहले 5,000 रुपये में उपलब्ध थे, अब इनकी कीमत 1 लाख रुपये हो गई है।
VIP नंबरों पर सरकार का तर्क
पंजाब सरकार का कहना है कि VIP नंबरों की मांग बहुत अधिक थी, लेकिन उनकी कीमतें काफी कम थीं। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था। इसलिए अब मनपसंद नंबरों की नीलामी में पारदर्शिता लाने और सरकारी खजाने में अधिक राजस्व लाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
आम जनता को झटका!
इस नए फैसले से वाहन मालिकों में नाराजगी देखी जा रही है। एक व्यक्ति, जिसने हाल ही में 7777 नंबर के लिए आवेदन किया था, का कहना है,
“पहले हमें यह नंबर 12,500 रुपये में मिल जाता था, लेकिन अब सरकार इसे 1 लाख रुपये में बेच रही है। यह आम जनता के लिए बहुत बड़ा झटका है।”
कैसे ले सकते हैं VIP नंबर?
👉 ऑनलाइन आवेदन: पंजाब परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर VIP नंबरों की नीलामी में भाग ले सकते हैं।
👉 बोली प्रक्रिया: उच्चतम बोली लगाने वाले को मनपसंद नंबर मिलेगा।
👉 सीमित स्लॉट: एक ही नंबर के लिए कई आवेदन आने पर बोली प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
विशेषज्ञों की राय
ऑटोमोबाइल विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि VIP नंबरों की बिक्री से अतिरिक्त राजस्व जुटाया जा सके। हालांकि, इस फैसले से मध्यम वर्गीय वाहन मालिकों पर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है।