पंजाब के स्कूलों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। शिक्षा विभाग ने राज्यभर के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को नए निर्देश जारी किए हैं। जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग ने पैरेंट-टीचर मीटिंग (PTM) की तारीख में बदलाव किया है। पहले यह बैठक 1 फरवरी 2025 को प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसे प्रशासनिक कारणों से 5 फरवरी 2025 तक स्थगित कर दिया गया है।
क्यों बदली गई PTM की तारीख?
शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि फील्ड से आ रही मांगों और स्कूलों की व्यस्तताओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कई स्कूलों और अभिभावकों की ओर से अनुरोध किया गया था कि परीक्षा की तैयारियों, स्कूल प्रशासनिक कार्यों और अन्य शैक्षिक गतिविधियों को देखते हुए PTM की तारीख आगे बढ़ाई जाए।
विभाग ने सभी स्कूलों को इस बदलाव के बारे में सूचित कर दिया है और निर्देश दिए हैं कि वे अभिभावकों तक इस संदेश को जल्द से जल्द पहुंचाएं। इसके साथ ही, शिक्षा विभाग ने कहा है कि बैठक को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
क्या होगा इस PTM में खास?
इस बैठक में माता-पिता और शिक्षकों के बीच संवाद को बेहतर बनाने और विद्यार्थियों की शिक्षा गुणवत्ता पर चर्चा करने पर जोर दिया जाएगा। विभाग का मानना है कि PTM एक ऐसा मंच है जहां अभिभावक न केवल अपने बच्चों की शैक्षणिक प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि उनके समग्र विकास को लेकर शिक्षकों के साथ चर्चा भी कर सकते हैं।
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को यह भी निर्देश दिया है कि PTM के दौरान विद्यार्थियों की रिपोर्ट कार्ड की समीक्षा की जाए, उनकी कमजोरियों और मजबूतियों को पहचानकर उन्हें बेहतर मार्गदर्शन दिया जाए। इसके अलावा, शिक्षकों को अभिभावकों से बच्चों की पढ़ाई और मानसिक विकास से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर चर्चा करने के लिए कहा गया है।
शिक्षा विभाग की तैयारी और अभिभावकों की राय
विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए हैं कि अधिकतम अभिभावक इस बैठक में शामिल हों। विभिन्न स्कूलों में अभिभावकों को आमंत्रित करने के लिए संदेश भेजे जा रहे हैं। साथ ही, शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे अभिभावकों को व्यक्तिगत रूप से बैठक के महत्व के बारे में समझाएं।
कई अभिभावकों ने भी PTM की तारीख बदलने के फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे उन्हें अपने बच्चों की शैक्षिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने का अवसर मिलेगा।
पंजाब सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले का उद्देश्य अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को और प्रभावी बनाना है। PTM न केवल बच्चों की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्कूल और माता-पिता के बीच तालमेल बढ़ाने का भी एक अच्छा माध्यम है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 5 फरवरी को आयोजित होने वाली इस बैठक में कितने अभिभावक शामिल होते हैं और इसका छात्रों की पढ़ाई पर क्या प्रभाव पड़ता है।