मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में मधेपुरा पहुंचकर करीब 300 करोड़ रुपये की 69 विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। उन्होंने चौसा प्रखंड की रसलपुर धुरिया पंचायत स्थित गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, उदाकिशुनगंज परिसर से रिमोट के माध्यम से इन योजनाओं की आधारशिला रखी। इसमें 40 योजनाओं का उद्घाटन (103.17 करोड़ रुपये) और 29 योजनाओं का शिलान्यास (196.39 करोड़ रुपये) शामिल है।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर
मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों को 122 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने 5251 स्वयं सहायता समूहों को 33.98 करोड़, 7685 समूहों को 82.55 करोड़ और 1232 जीविका दीदियों के परिवारों को 6.55 करोड़ का सांकेतिक चेक सौंपा। सीएम ने जीविका दीदियों के स्टॉलों का दौरा कर उनके उत्पादों की सराहना की और उनसे संवाद किया।
नीतीश कुमार ने कहा, “2005 में जब हमने बिहार में कार्यभार संभाला, तो स्वयं सहायता समूहों की संख्या नगण्य थी। हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर इसे बढ़ाया और ‘जीविका’ नाम दिया, जिससे लाखों महिलाएं आत्मनिर्भर बनीं।” उन्होंने जीविका दीदियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
शिक्षा एवं आधारभूत संरचना को बढ़ावा
सीएम ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्रों के शैक्षणिक स्टॉलों का निरीक्षण किया और सेंटर फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। उन्होंने वहां आधुनिक मशीनों और तकनीकों की जानकारी ली। इसी परिसर में 5.65 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया।
उन्होंने कहा कि “विद्यालय के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि खेल मैदान भी संरक्षित रहे और छात्रों को पढ़ाई के साथ खेल-कूद की सुविधा मिले।” इसके अलावा, उन्होंने 9.94 लाख रुपये की लागत से बने खेल मैदान का उद्घाटन किया और खिलाड़ियों से बातचीत कर उनका उत्साह बढ़ाया।
विभिन्न विभागों की योजनाओं का अवलोकन
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, उद्योग, कृषि, श्रम संसाधन, पर्यावरण एवं शिक्षा विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, श्रमिक योजनाओं, मालखाना विकास योजना और आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को चेक सौंपे।
उन्होंने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल की चाबियां भी सौंपीं। इसके अलावा, उन्होंने जीविका दीदियों को आंगनबाड़ी केंद्र, पशु शेड और बकरी शेड की चाबियां सौंपीं।
सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर
मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने मुरली चौक (एसएच-58) से योगी राज (एसएच-58) तक की 14.90 किमी लंबी सड़क चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण योजना की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों से इसे गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा, उन्होंने ग्राम पंचायत भदौल-बुधमा में प्रस्तावित मिल्क चिलिंग प्लांट की योजना की जानकारी ली और इसके त्वरित क्रियान्वयन पर जोर दिया।
वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, सांसद दिनेश चंद्र यादव, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव, समेत अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री की यह यात्रा बिहार के विकास और जनता से सीधे संवाद का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है।