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केंद्रीय बजट 2025-26 में चंडीगढ़ के लिए बजट आवंटन में 7.21% का व़ृद्धि देखने को मिली है। इस बजट के तहत चंडीगढ़ के लिए कुल 6,983.18 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इसमें से 6,185.18 करोड़ रुपये वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सामान्य खर्च (Revenue Expenditure) के रूप में निर्धारित किए गए हैं, जबकि 798 करोड़ रुपये पूंजीगत खर्च (Capital Expenditure) के लिए आवंटित किए गए हैं। इस बजट को चंडीगढ़ के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है, जिसे राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने भी सराहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस बजट में गरीबों, किसानों और मध्य वर्ग के लिए लाभकारी उपायों की घोषणा की है।
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि यह पहला अवसर है जब उन्होंने अपने 40 वर्षों के सार्वजनिक जीवन में इतना महत्वपूर्ण समर्थन देखा है, जो सीधे तौर पर मध्य वर्ग को टैक्स छूट और अन्य प्रोत्साहन योजनाओं के माध्यम से दिया जा रहा है। यह कदम देश के विभिन्न वर्गों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इस बजट में चंडीगढ़ के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने और समग्र विकास को प्राथमिकता देने का वचन केंद्र सरकार ने दिया है। मुख्य बजट आवंटन में शिक्षा के लिए 1,206.36 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य के लिए 987.37 करोड़ रुपये, ऊर्जा के लिए 984.85 करोड़ रुपये, पुलिस के लिए 958.79 करोड़ रुपये, आवास और शहरी विकास के लिए 884.31 करोड़ रुपये, और परिवहन क्षेत्र के लिए 445.84 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
इसके अलावा, 1,515.66 करोड़ रुपये विभिन्न अन्य क्षेत्रों के विकास के लिए आवंटित किए गए हैं। यह आवंटन पिछले साल के बजट अनुमानों से 469.56 करोड़ रुपये अधिक है, जो कि 6,513.62 करोड़ रुपये था। इस प्रकार, कुल बजट में 7.21% की वृद्धि दर्ज की गई है।
पिछले साल की तुलना में प्रशासन को वित्तीय वर्ष 2025-26 में माली मद के तहत 6,185.18 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, जो कि पिछले साल से 326.56 करोड़ रुपये अधिक हैं। पूंजीगत मद में यूटी को 798 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जो पिछले साल से 143 करोड़ रुपये की वृद्धि है।
हालांकि, प्रशासन ने 2025-26 के लिए विभिन्न परियोजनाओं, जैसे बिजली, शिक्षा, और परिवहन के लिए लगभग 7,900 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन उसे इसकी मांग से 916.82 करोड़ रुपये कम आवंटन प्राप्त हुआ।
कुल मिलाकर, चंडीगढ़ के लिए यह बजट बढ़ी हुई आवंटन और विकास के नए अवसर लेकर आया है, जो शहर के निवासियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।