दिल्ली में आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है, और चुनावी माहौल गर्म है। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच राजधानी के मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवारों के लिए वोट डाल रहे हैं। दिल्ली चुनाव आयोग ने इस बार मतदान प्रक्रिया को और सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव तैयारी की है।
तीन बार विजयी रही AAP को टक्कर देने की तैयारी
दिल्ली में पिछले तीन चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार मुकाबला दिलचस्प हो गया है। आम आदमी पार्टी को बीजेपी और कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है। खासकर नई दिल्ली और कालकाजी सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने बीजेपी और कांग्रेस ने अनुभवी नेताओं को मैदान में उतारा है, जिससे मुकाबला और रोमांचक हो गया है।
ताबड़तोड़ प्रचार: हर गली में गूंजे चुनावी नारे
राजनीतिक दलों ने आखिरी समय तक अपनी पूरी ताकत झोंक दी। आम आदमी पार्टी के समर्थन में समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता भी प्रचार करते नजर आए। बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मैदान में उतारा, जिनकी विशाल रैलियों ने मतदाताओं को आकर्षित किया। वहीं, कांग्रेस के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने रोड शो और सभाएं कर पार्टी की खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश की।
कितने मतदाता डालेंगे वोट?
दिल्ली में कुल 1.56 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 83.76 लाख पुरुष, 72.36 लाख महिलाएं और 1,267 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। खास बात यह है कि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से मतदान की सुविधा दी गई थी, जिसके तहत 7,553 पात्र मतदाताओं में से 6,980 ने पहले ही अपने वोट डाल दिए हैं। पिछली बार यानी 2020 के चुनाव में केवल 62.82% मतदान हुआ था, इस बार आयोग को ज्यादा वोटिंग की उम्मीद है।
चुनाव के लिए सुरक्षा और विशेष प्रबंध
दिल्ली में कुल 13,766 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 70 पोलिंग बूथ महिलाओं, 70 दिव्यांगों और 70 युवा चुनाव अधिकारियों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं के लिए 733 विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए 21,500 से अधिक ईवीएम (मतदान मशीनें) और वीवीपैट (वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रेल) तैयार रखी गई हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से भी चुनाव आयोग ने सख्त इंतजाम किए हैं। 220 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां, 19,000 होमगार्ड और 35,626 दिल्ली पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
शाम 5 बजे तक होगा मतदान
दिल्ली में ठंड के मौसम को देखते हुए मतदान प्रक्रिया शाम 5 बजे तक पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद चुनावी नतीजों का इंतजार शुरू हो जाएगा। अब देखना यह है कि क्या AAP एक बार फिर जीत का परचम लहराएगी, या बीजेपी और कांग्रेस कोई बड़ा उलटफेर करने में सफल होंगी।