पंजाब पुलिस ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को तेज़, पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाने के लिए एक नई आधुनिक प्रणाली शुरू की है। इस नई प्रणाली के तहत आवेदकों को एसएमएस के माध्यम से पूरी जानकारी मिलेगी, जिससे उनकी परेशानी कम होगी और वेरिफिकेशन प्रक्रिया आसान बनेगी।
नई प्रणाली में क्या होगा खास?
पंजाब पुलिस के स्पेशल डीजीपी (कम्युनिटी अफेयर्स डिवीजन) गुरप्रीत कौर दिओ ने बताया कि इस सिस्टम को 5 फरवरी, 2025 से लागू किया गया है। इसके तहत:
- प्री-वेरिफिकेशन एसएमएस
- जब कोई व्यक्ति पासपोर्ट के लिए आवेदन करेगा, तो उसे ‘पीबीसांझ’ नामक सिस्टम से एक एसएमएस मिलेगा।
- इस एसएमएस में वेरिफिकेशन अधिकारी का नाम, मुलाकात की तारीख और समय की जानकारी होगी।
- इससे आवेदकों को लंबे इंतजार या बार-बार पूछताछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- पोस्ट-वेरिफिकेशन एसएमएस
- वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद, नागरिकों को एक और एसएमएस मिलेगा, जिसमें फीडबैक फॉर्म का लिंक होगा।
- इस फॉर्म के माध्यम से आवेदक वेरिफिकेशन अधिकारी के व्यवहार, प्रक्रिया की पारदर्शिता और अपनी संतुष्टि के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
- यदि किसी नागरिक को कोई समस्या हुई हो, तो वह इसे फीडबैक के रूप में दर्ज कर सकता है।
नागरिकों को कैसे मिलेगा फायदा?
- कोई भी आवेदक अब अपनी वेरिफिकेशन स्थिति के बारे में अनिश्चित नहीं रहेगा, क्योंकि उसे पहले से ही पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- वेरिफिकेशन में किसी भी तरह की देरी या गड़बड़ी कम होगी।
- पुलिस और आवेदकों के बीच बेहतर संवाद स्थापित होगा, जिससे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा।
- नागरिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर फीडबैक देकर सेवाओं में सुधार ला सकते हैं।
पुलिस सेवा को और बेहतर बनाने की पहल
स्पेशल डीजीपी ने कहा कि यह नई प्रणाली पंजाब पुलिस को अपनी सेवाओं के स्तर को और बेहतर बनाने में मदद करेगी। इससे न केवल पासपोर्ट वेरिफिकेशन प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी होगी, बल्कि लोगों की समस्याओं का तुरंत समाधान भी हो सकेगा।
पंजाब सरकार की यह पहल डिजिटल तकनीक का सही उपयोग करके नागरिकों को राहत पहुंचाने और सरकारी सेवाओं को प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।