अमेरिका से लौटे 30 पंजाबी नागरिकों से मिले मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल
अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत लौटे 30 पंजाबी नागरिकों से पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने अमृतसर एयरपोर्ट पर मुलाकात की। उन्होंने बताया कि ये सभी नागरिक स्वस्थ और सुरक्षित हैं। एयरपोर्ट पर इनकी इमिग्रेशन संबंधी कागजी कार्यवाही पूरी की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर मुद्दा
मंत्री धालीवाल ने इसे एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बताया जो भारत और अमेरिका के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अच्छे संबंध हैं। सितंबर 2019 में जब अमेरिका में चुनाव हो रहे थे, तब नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के समर्थन में प्रचार भी किया था। ऐसे में प्रधानमंत्री को इस समस्या का हल निकालने के लिए अमेरिका सरकार से बात करनी चाहिए ताकि भविष्य में भारतीय नागरिकों को इस तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।
विदेश जाने के लिए एजेंटों का सहारा
डिपोर्ट किए गए लोगों से बातचीत के दौरान मंत्री धालीवाल ने उनसे पूछा कि वे किस एजेंट के जरिए अमेरिका गए थे। अधिकतर लोगों ने बताया कि वे दुबई के एजेंटों के जरिए अमेरिका पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर गहन जांच होनी चाहिए ताकि पंजाब के युवाओं को झूठे वादों और धोखाधड़ी से बचाया जा सके।
पंजाबी युवाओं को सकारात्मक सोच रखने की सलाह
मंत्री धालीवाल ने डिपोर्ट होकर लौटे पंजाबी नागरिकों से कहा कि उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सभी से सकारात्मक सोच बनाए रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी मदद के लिए पूरी तरह तैयार है।
निष्कर्ष
यह मुद्दा पंजाब के युवाओं के लिए एक बड़ी सीख है कि वे अवैध रूप से विदेश जाने से पहले सावधानी बरतें और विश्वसनीय माध्यमों से ही वीजा प्रक्रिया अपनाएं। पंजाब सरकार इस मामले में गंभीरता दिखा रही है और ऐसे एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है जो युवाओं को अवैध तरीके से विदेश भेजने का झांसा देते हैं।