अमेरिका जाने का सपना हर पंजाबी युवा के दिल में होता है, लेकिन कई बार यह सपना हकीकत में बदलने से पहले ही टूट जाता है। ऐसा ही एक दर्दनाक मामला सामने आया है अमृतसर के दलेर सिंह का, जिसने अमेरिका जाने के लिए अपनी पूरी जिंदगी की कमाई लगा दी, लेकिन आखिर में उसे खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
60 लाख खर्च फिर भी अमेरिका का सपना अधूरा
दलेर सिंह पंजाब के अमृतसर जिले के अजनाला तहसील के गांव सलेमपुरा का रहने वाला है। उसने अमेरिका जाने के लिए अपनी जमीन गिरवी रख दी और किसी तरह 60 लाख रुपये इकट्ठा कर एक ट्रैवल एजेंट सतनाम सिंह को दे दिए। एजेंट ने वादा किया था कि वह उसे कानूनी तरीके से अमेरिका भेजेगा, लेकिन सच्चाई कुछ और ही निकली।
डंकी रूट से अमेरिका भेजा गया
एजेंट ने झूठे वादे करके दलेर सिंह को डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेज दिया। डंकी रूट का मतलब होता है अवैध तरीके से दूसरे देश में प्रवेश करना, जिसमें लोगों को बेहद खतरनाक और कष्टदायक सफर से गुजरना पड़ता है। दलेर सिंह को चार महीने तक भटकना पड़ा और इस दौरान उसने कई मुश्किलें झेलीं।
अमेरिका में 20 दिन जेल में रहा
किसी तरह वह अमेरिका तो पहुंच गया, लेकिन वहां की सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया। उसे 20 दिनों तक जेल में रखा गया और फिर भारत वापस भेज दिया गया। सबसे बड़ा झटका उसे तब लगा जब उसे पता चला कि अमेरिका ने उसके ऊपर 5 साल का बैन लगा दिया है, यानी अब वह 5 साल तक अमेरिका नहीं जा सकता।
पंजाब सरकार ने दिया भरोसा
एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने दलेर सिंह से मुलाकात की और भरोसा दिया कि इस मामले में ठग एजेंट सतनाम सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार उन सभी फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी, जो युवाओं को ठगकर उनका भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।
युवाओं को सबक
दलेर सिंह की यह कहानी उन हजारों पंजाबी युवाओं के लिए एक सबक है, जो किसी भी कीमत पर विदेश जाने का सपना देखते हैं। फर्जी एजेंटों के झूठे वादों पर भरोसा करने से पहले उन्हें अच्छी तरह जांच-पड़ताल करनी चाहिए। वरना, मेहनत की कमाई भी चली जाती है और सपना भी अधूरा रह जाता है।