दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा, लेकिन कालकाजी सीट से पार्टी की नेता और निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी अपनी सीट बचाने में कामयाब रहीं। हालांकि, जीत के बावजूद आतिशी खुश नजर नहीं आईं। उन्होंने चुनाव परिणाम के बाद जश्न मनाने से इनकार कर दिया और इसे “जंग का समय” बताया।
आतिशी की पहली प्रतिक्रिया
आतिशी ने जीत के तुरंत बाद अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं कालकाजी की जनता का दिल से शुक्रिया अदा करती हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया। हमारी टीम ने बाहुबल, गुंडागर्दी और मारपीट का सामना किया, लेकिन हम जनता तक पहुंचे और अपना काम किया। दिल्ली की जनता का जो जनादेश है, उसे हम स्वीकार करते हैं। मैं जीत गई हूं, लेकिन यह जश्न मनाने का समय नहीं है, बल्कि भाजपा के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का समय है। यह जंग जारी रहेगी।”
आतिशी ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ी है और आगे भी लड़ती रहेगी। उनका कहना था कि यह चुनाव परिणाम केवल एक पड़ाव है, असली लड़ाई अभी बाकी है।
कालकाजी सीट पर कड़ा मुकाबला
आतिशी की जीत आसान नहीं थी। उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता रमेश बिधूड़ी को सिर्फ 3,521 वोटों के अंतर से हराया।
आतिशी (आप): 52,154 वोट
रमेश बिधूड़ी (भाजपा): 48,633 वोट
अलका लांबा (कांग्रेस): 4,392 वोट
कांग्रेस की उम्मीदवार अलका लांबा इस सीट पर तीसरे स्थान पर रहीं। उनका प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा और वह मुकाबले से काफी पीछे रह गईं।
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें
दिल्ली चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा। पार्टी कई महत्वपूर्ण सीटों पर हार गई, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली सीट, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जंगपुरा सीट और मंत्री सौरभ भारद्वाज की ग्रेटर कैलाश सीट शामिल हैं। इन हारों के कारण पार्टी का मनोबल कमजोर हुआ है।
इस चुनाव में भाजपा ने 40 सीटें जीतकर दिल्ली में 27 साल बाद सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। आप को सिर्फ 17 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला।
भविष्य की रणनीति
आतिशी की इस प्रतिक्रिया से साफ है कि आम आदमी पार्टी हार से निराश जरूर है, लेकिन अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई। पार्टी भाजपा के खिलाफ अपनी राजनीतिक लड़ाई जारी रखने के मूड में है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या आम आदमी पार्टी इस हार से सबक लेकर 2029 के लोकसभा चुनाव या अगले विधानसभा चुनाव में वापसी कर पाएगी? आतिशी जैसी युवा नेता पार्टी के भविष्य के लिए कितनी महत्वपूर्ण साबित होंगी, यह भी आने वाले समय में तय होगा।