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सरकार आम लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचाने के लिए लगातार काम कर रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (APHC) और 794 स्वास्थ्य उप केंद्रों के निर्माण का फैसला लिया है। इनमें से कई केंद्रों का निर्माण पूरा हो चुका है, और बाकी का काम तेजी से किया जा रहा है।
स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण के लिए 1 अरब से अधिक की राशि मंजूर
सरकार ने इन स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 1 अरब 5 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। लगभग दो साल पहले, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और 15वें वित्त आयोग के तहत राज्य सरकार ने 123 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 130 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 794 स्वास्थ्य उप केंद्र बनाने का निर्णय लिया था। इन सभी परियोजनाओं की कुल लागत 1754.99 करोड़ रुपये है।
निर्माण कार्य कौन करवा रहा है?
स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम को दी गई है। यह काम आधारभूत संरचना निगम और भवन निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है। इन अस्पतालों में चारदीवारी, वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) और सौर ऊर्जा का भी ध्यान रखा गया है ताकि अस्पतालों को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सके।
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में मरीजों का इलाज
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएँ भी आगे आ रही हैं। सारण नगर पंचायत में जयगोविन्द उच्च विद्यालय परिसर में एक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर रोटरी क्लब ऑफ पटना शक्ति और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के सहयोग से आयोजित किया गया था।
स्वास्थ्य शिविर में मौजूद रहे नामी डॉक्टर
इस स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन रोटरी क्लब की अध्यक्षा वंदना सिन्हा, इंडियन ऑयल के सेल्स मैनेजर राहुल काल, रोटरी सदस्य जय प्रकाश टोडी और रवि खयाल द्वारा किया गया।
इस अवसर पर जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, आईजीआईएमएस पटना और पीएमसीएच पटना के जाने-माने डॉक्टरों ने 500 से अधिक मरीजों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया।
स्वास्थ्य शिविर में मौजूद प्रमुख डॉक्टर:
- डॉ. अखिलेश कुमार (जनरल फिजिशियन, मेडिसिन विभाग के एचओडी)
- डॉ. रामानुज सिंह (नेत्र रोग विशेषज्ञ)
- डॉ. जुनैद आलम (हड्डी रोग विशेषज्ञ)
इन सभी डॉक्टरों ने मरीजों को मुफ्त परामर्श और दवाइयाँ भी दीं।
शिविर आयोजन में प्रमुख योगदान
स्वास्थ्य शिविर को सफल बनाने में प्रह्लाद महाराज, अतुल कौशिक (विकास महाराज), प्रो. कन्हैया सिंह, विधान पार्षद प्रतिनिधि तनुज सौरभ कृष्णा सिंह और संजय मालाकार ने अहम भूमिका निभाई।
निष्कर्ष
राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए नए अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण करवा रही है। वहीं, निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को बेहतर इलाज देने के प्रयास भी जारी हैं। यह पहल आम लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।