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मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए बड़े कदम उठा रही है। इस दिशा में वर्ष 2024 में 73 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिससे ऐतिहासिक स्थलों का नवीनीकरण और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में कई नई परियोजनाएं शुरू हुईं।
पर्यटन मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब में महत्वपूर्ण विरासती स्थलों को आधुनिक रूप दिया गया है, जिससे न केवल उनकी ऐतिहासिक पहचान बनी रहे, बल्कि यह राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा दें।
पंजाब के प्रमुख मेलों और त्योहारों का भव्य आयोजन
पर्यटन को बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार ने अपने पारंपरिक मेलों और त्योहारों को बड़े पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया है। 2025 की शुरुआत से ही पंजाब इन आयोजनों को और भव्य रूप देने के लिए तैयार है।
- बसंत मेला (फिरोज़पुर) और किला रायपुर ग्रामीण ओलंपिक्स से इसकी शुरुआत हुई।
- इसके बाद, 13 फरवरी से 16 फरवरी तक पटियाला विरासती मेला आयोजित किया जाएगा।
- इस मेले में हेरिटेज वॉक, फूड फेस्टिवल, संगीत संध्या, एयर शो, नेचर वॉक, फूलों की प्रदर्शनी और फैशन वॉक जैसे कई आकर्षक कार्यक्रम होंगे।
- इस आयोजन का उद्देश्य पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दुनियाभर में प्रचारित करना और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना है।
इतिहास और विरासत स्थलों का पुनरुद्धार
पंजाब सरकार ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के संरक्षण और आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है। 73 करोड़ रुपये के निवेश के तहत कई विरासती स्थलों को नवीनीकरण किया गया है:
✔ शहीद भगत सिंह अजायब घर (खटकड़ कलां) और सारागढ़ी अजायब घर (फिरोज़पुर) का पुनरुद्धार किया गया।
✔ खन्ना में स्थित ऐतिहासिक सराय लश्करी खां को नई पहचान दी गई।
✔ भगवान वाल्मीकि पैनोरमा का भव्य उद्घाटन हुआ।
✔ अमृतसर में महाराजा रणजीत सिंह के समर पैलेस में स्थायी लाइट एंड साउंड शो “रंगला पंजाब फेस्टिवल” पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
सिख विरासत के संरक्षण की पहल
पंजाब सरकार सिख विरासत को संजोने के लिए भी बड़े कदम उठा रही है।
- फतेहगढ़ साहिब में दीवान टोडर मल की ऐतिहासिक “जहाज़ हवेली” का संरक्षण और पुनरुद्धार शुरू किया गया है।
- दीवान टोडर मल सिख इतिहास के महान व्यक्तित्वों में शामिल हैं, जिन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के बच्चों के अंतिम संस्कार के लिए अपनी संपत्ति दान कर दी थी।
- सरकार का यह प्रयास सिख इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुंचाने और उसकी महत्वपूर्ण विरासत को सहेजने का एक बड़ा कदम है।
पर्यटन से पंजाब को होंगे बड़े फायदे
1️⃣ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
2️⃣ स्थानीय व्यवसायों और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
3️⃣ सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा।
4️⃣ राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
भगवंत मान सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम पंजाब को पर्यटन के एक बड़े केंद्र के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएंगे। विरासत स्थलों के पुनरुद्धार और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के प्रयास से पंजाब न केवल अपने इतिहास को संरक्षित करेगा, बल्कि अपनी संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान भी दिलाएगा।