![Untitled](https://newstaklive.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-4-1024x523.jpg)
पंजाब सरकार ने राज्य के सभी 19,110 सरकारी स्कूलों में एक “मेगा स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (SMC) बैठक” आयोजित की। इसका उद्देश्य स्कूलों की प्रशासनिक व्यवस्था में लोकतंत्र को बढ़ावा देना और माता-पिता को सीधे फैसले लेने में शामिल करना था। इस बैठक में विद्यार्थियों के माता-पिता और समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और स्कूलों के प्रबंधन से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की।
बैठक का मुख्य उद्देश्य
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि इस बार बैठक का मुख्य विषय “स्कूलों में स्वच्छता” था। माता-पिता और SMC के सदस्यों ने अपने-अपने स्कूलों का दौरा किया और देखा कि स्कूलों की सफाई व्यवस्था कैसी है, किन जगहों पर सुधार की जरूरत है और किन उपायों से इसे बेहतर बनाया जा सकता है।
इसके अलावा, स्कूलों को सुंदर और विद्यार्थियों के लिए बेहतर सीखने का माहौल देने के लिए भी चर्चा हुई। माता-पिता ने स्कूलों के दीर्घकालिक रखरखाव, सौंदर्यीकरण और विद्यार्थियों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने पर अपने सुझाव दिए।
माता-पिता और समुदाय की भागीदारी
शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों की बेहतरी के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि इस बैठक में माता-पिता और SMC सदस्यों ने स्कूल के बुनियादी ढांचे, विद्यार्थियों की शिक्षा और उनकी भलाई से जुड़े मुद्दों पर खुलकर चर्चा की।
इसके अलावा, माता-पिता ने यह भी महसूस किया कि स्कूलों में सकारात्मक बदलाव लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। एक SMC सदस्य ने कहा, “बैठक में शामिल होने के बाद मुझे एहसास हुआ कि माता-पिता के रूप में हम अपने बच्चों के स्कूलों में बहुत कुछ सुधार सकते हैं।”
पंजाब सरकार की शिक्षा सुधार की प्रतिबद्धता
शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार की कोशिश है कि पंजाब की शिक्षा व्यवस्था देश में सबसे बेहतरीन बने।
उन्होंने कहा कि स्कूलों में प्रशासनिक सुधार, सामुदायिक भागीदारी और माता-पिता की सक्रिय सहभागिता से विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा और सीखने का माहौल मिलेगा। इस तरह की बैठकों से अभिभावकों, स्कूल स्टाफ और सरकारी अधिकारियों के बीच सीधा संवाद बढ़ेगा, जिससे स्कूलों में तेजी से बदलाव लाया जा सकेगा।
इस बैठक के क्या फायदे होंगे?
- माता-पिता को स्कूलों की स्थिति और जरूरतों की बेहतर समझ होगी।
- स्वच्छता और बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।
- विद्यालयों के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जा सकेंगी।
- समुदाय और स्कूल प्रशासन के बीच तालमेल बेहतर होगा।
- विद्यार्थियों को स्वस्थ और अनुकूल माहौल मिलेगा।
भविष्य की योजना
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में भी ऐसी बैठकें होती रहेंगी, ताकि माता-पिता और समुदाय की भागीदारी से पंजाब के स्कूलों को और बेहतर बनाया जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हर विद्यार्थी को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिले और स्कूलों का माहौल ऐसा हो, जहां विद्यार्थी न केवल अकादमिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी संपन्न हो सकें।
पंजाब सरकार का यह कदम शिक्षा सुधार की दिशा में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव है। इससे माता-पिता को स्कूलों के विकास में सीधे भाग लेने का मौका मिला और स्कूलों में सुधार की दिशा में तेजी से काम करने का रास्ता खुला।
अब देखने वाली बात यह होगी कि इस नई पहल से पंजाब के स्कूलों में कितनी जल्दी और कितना बड़ा सुधार आता है।