
पंजाब सरकार ने तेजाब पीड़ितों की मदद के लिए “पंजाब तेजाब पीड़ितों के लिए वित्तीय सहायता योजना-2024” में बड़ा बदलाव किया है। पहले यह योजना सिर्फ महिलाओं तक सीमित थी, लेकिन अब इसका लाभ तेजाब पीड़ित पुरुषों और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को भी मिलेगा। इसके तहत सरकार हर पीड़ित को 10,000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता देगी।
मंत्री डॉ. बलजीत कौर का बयान
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने इस अहम फैसले की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय समानता और न्याय के सिद्धांतों को मजबूत करने के लिए लिया गया है।
मंत्री ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी पूरी कैबिनेट को इस निर्णय के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि तेजाब हमले के शिकार लोग बहुत दर्द झेलते हैं, इसलिए सरकार की यह मदद उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगी।
योजना में क्या बदलाव हुए हैं?
पहले इस योजना के तहत केवल महिलाओं को 8,000 रुपये प्रति माह की सहायता मिलती थी।
अब इसे बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है।
अब पुरुष और ट्रांसजेंडर पीड़ित भी इस योजना का लाभ ले सकेंगे।
इसका नाम अब “पंजाब तेजाब पीड़ितों के लिए वित्तीय सहायता योजना-2024” कर दिया गया है।
योजना की शुरुआत कब हुई थी?
यह योजना 20 जून 2017 को शुरू की गई थी।
तब इसका नाम “पंजाब तेजाब पीड़ित महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता योजना-2017” था।
अब इसे लिंग-निरपेक्ष (Gender Neutral) बना दिया गया है, यानी किसी भी लिंग का व्यक्ति इस सहायता का हकदार होगा।
सरकार का उद्देश्य
तेजाब हमले के पीड़ितों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना।
उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाना।
समानता और न्याय की दिशा में बड़ा कदम उठाना।
इस योजना से क्या फायदा होगा?
तेजाब पीड़ितों को हर महीने 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हो सकेंगी।
यह सहायता पीड़ितों के इलाज और पुनर्वास में मददगार साबित होगी।
इससे पीड़ितों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा और वे अपना जीवन सम्मानपूर्वक जी सकेंगे।
कैबिनेट मंत्री की उम्मीदें
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि यह फैसला तेजाब पीड़ितों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे पीड़ितों की हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस योजना से तेजाब हमले के शिकार लोगों को राहत मिलेगी और वे अपनी जिंदगी को दोबारा नए सिरे से शुरू कर सकेंगे।
पंजाब सरकार का यह फैसला तेजाब पीड़ितों के जीवन को बेहतर बनाने में एक बड़ा कदम साबित होगा।
पहले केवल महिलाएं इस योजना का लाभ ले सकती थीं, लेकिन अब पुरुष और ट्रांसजेंडर पीड़ित भी इसका फायदा उठा सकते हैं।
महीने की सहायता राशि भी बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई है, जिससे पीड़ितों को आर्थिक रूप से मजबूत बनने का अवसर मिलेगा।
सरकार का यह फैसला समानता और सामाजिक न्याय की दिशा में एक नई शुरुआत है।