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दिल्ली की राजनीति में एक नया दौर शुरू हो गया है, जहां अब विधानसभा में पक्ष और विपक्ष की कमान दो महिलाएं संभालेंगी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को नेता विपक्ष चुना है।
आतिशी बनीं विपक्ष की नेता
आम आदमी पार्टी ने रविवार को विधायक दल की बैठक में फैसला लिया कि विधानसभा में विपक्ष की भूमिका आतिशी निभाएंगी। इससे पहले, आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा, वित्त और ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। अरविंद केजरीवाल ने जब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तब उन्होंने आतिशी पर भरोसा जताया और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया।
पांच महीने में सीएम से नेता विपक्ष तक का सफर
सितंबर 2024 में आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन सिर्फ पांच महीने के अंदर ही वह विपक्ष की नेता बनने जा रही हैं। उनके काम करने के तरीके और फैसलों की वजह से पार्टी में उनकी छवि मजबूत हुई है।
विधानसभा चुनाव में अकेली बड़ी जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा था। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज जैसे दिग्गज नेता अपनी सीटें नहीं बचा सके। लेकिन आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहीं। उनकी इस जीत ने उन्हें पार्टी के अंदर और मजबूत कर दिया।
अब महिलाओं के हाथ में दिल्ली की कमान
दिल्ली की राजनीति में यह पहली बार हो रहा है जब पक्ष और विपक्ष की अगुवाई दो महिला नेता कर रही हैं। एक तरफ रेखा गुप्ता बतौर मुख्यमंत्री सरकार चला रही हैं, तो दूसरी ओर आतिशी विपक्ष की कमान संभालेंगी। इससे न केवल राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है, बल्कि यह बदलाव दिल्ली की राजनीति में नया इतिहास भी लिख रहा है।
अब देखना होगा कि रेखा गुप्ता और आतिशी के बीच विधानसभा में कैसी बहस होती है और दिल्ली की जनता को इससे क्या नया देखने को मिलता है।